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बिहार के जवानों में किसी से कम जोश नहीं है : सीएम

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सिटी पोस्ट लाइव : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार छपरा जिले के जलालपुर में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के छठी वाहिनी परिसर में नवनिर्मित भवनों के उद्घाटन समारोह में शामिल हुये। आईटीबीपी के छठी वाहिनी परिसर में बने हेलीपैड पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पहुँचने पर ग्लैक्सी स्कूल के बच्चों ने हाथों में तिरंगा लिए पंक्तिबद्ध होकर अतिथियों का अभिवादन किया। उद्घाटन समारोह को लेकर बने मंच पर सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पगड़ी, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया।

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने बिहार के सारण जिले में आईटीबीपी के बटालियन गठित करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हम सब भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के शौर्य, अदम्य साहस और उनके निष्ठापूर्ण कर्तव्य से भलीभाँति अवगत हैं। आईटीबीपी के जवान किस तरह से अपने कर्तव्यों का निर्वहन और अपने लक्ष्य को हासिल करते हैं, उसे आज हमें यहां देखने को भी मिला। इसके लिए मैं आईटीबीपी को बधाई देता हूँ। आईटीबीपी का काम यहाँ प्रारम्भ हो चुका है और जल्द ही इसे पूरा कर लिया जायेगा, इसका मुझे पूर्ण भरोसा है।

आईटीबीपी का काम ठीक ढंग से हो रहा है और यहां सारी व्यवस्था हो हम यही चाहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आईटीबीपी का गठन हमलोगों के ही कार्यकाल में हुआ था, जब हम केंद्र में थे। आईटीबीपी में बिहारवासियों की संख्या 7.4 प्रतिषत है, यह संख्या और बढ़नी चाहिए। आर्मी में इससे भी ज्यादा संख्या है। नेवी, एयरफोर्स, आर्मी, अर्द्धसैनिक बल एवं अन्य सशस्त्र बलों में जाने की बिहार के लोगों की बहुत इच्छा रहती है। बिहार के लोग काफी साहसी हैं, यहां के लोगों में जोश कम नहीं है।

केंद्रीय गृह मंत्री से आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक-दो और बटालियन बिहार में गठित करा दीजिये। हमलोगों की तरफ से हर तरह का पूरा सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारे आग्रह पर आपने वैशाली में रैपिड एक्शन फोर्स गठित कराने का आश्वासन दिया है, इसके लिए मैं आपके प्रति आभार प्रकट करता हूँ और आपको धन्यवाद देता हूँ क्योंकि जरूरत होती है तो हमें रैपिड एक्शन फोर्स को जमशेदपुर से बुलाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के जवान ऊॅचाइयों और बर्फीली स्थानों पर रहकर पूरी मुश्तैदी से देश की रक्षा करते हैं, ये जवान अभिनंदन के पात्र हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार बाढ़ प्रभावित राज्य है और आईटीबीपी के जवान यहां रहेंगे तो हमें काफी फायदा होगा। बिहार में आबादी का घनत्व काफी ज्यादा है। बिहार का क्षेत्रफल करीब 94 हजार वर्ग किलोमीटर है, जबकि आबादी 12 करोड़ है। आबादी का ज्यादा घनत्व होने के कारण आपदा की स्थिति में यहां तबाही अधिक होती है। कुदरत का कहर कभी-कभी ऐसा होता है कि सेंट्रल फोर्स की जरूरत पड़ती है।

केंद्रीय गृह मंत्री से आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तनाव की स्थिति में कुछ ऐसा सिस्टम बना दीजिये कि यहां के डीजीपी के आग्रह पर तत्काल सीमित समय के लिए सेंट्रल फोर्स उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय का काम बहुत बड़ा है। देश की सुरक्षा करने के साथ ही यह विभाग आपसी एकता को बनाये रखने में अहम भूमिका निभाता है। समाज मे आपसी प्रेम, शांति, भाईचारा, सद्भाव बनाये रखने के लिए सभी काम किये जा रहे हैं। समाज मे आपसी प्रेम अगर रहेगा तो हमें पुलिस फोर्स की जरूरत नहीं पड़ेगी। तनाव की स्थिति में सेंट्रल फोर्स और आम्र्ड फोर्स की जरूरत पड़ती है। देश की रक्षा के लिए हमें हमेशा सजग रहना पड़ेगा। देश के वीर जवान अपनी कुर्बानी देकर देश की सरहदों को सुरक्षित रखते हैं।

किसी भी अनहोनी और विपरीत परिस्थितियों से आईटीबीपी के जवान अपने अदम्य साहस और बहादुरी के साथ निपटते हैं, इसके लिए मैं आईटीबीपी को धन्यवाद देता हूँ। जिन बहादुर जवानों को आज यहाँ सम्मानित किया गया है मैं उन्हें हृदय से अपनी तरफ से बिहार के लोगों की तरफ से और सरकार की तरफ से आभार प्रकट करता हूँ।

समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री  सुशील कुमार मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि वर्ष 2013 में बिहार में जितनी नक्सली घटनाएं होती थीं, उसमे काफी कमी आयी है और वह अब घटकर आधे से भी कम हो गयी है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार बिहार के हर क्षेत्र के विकास के लिये प्रयासरत हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार का विकास दर 10.3 प्रतिशत हो गया है, जो कि राष्ट्रीय औसत 7.3 प्रतिशत से काफी ज्यादा है। इसका श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है। बिहार में शराबबंदी को ऐतिहासिक कदम बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे बिहार में अपराध के ग्राफ में काफी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि बिहार हमारे लिए नया नहीं है क्योंकि मैं पड़ोसी प्रदेश उत्तर प्रदेश का ही रहने वाला हूँ। उद्घाटन समारोह में आईटीबीपी के जवानों को उनके द्वारा किये गए साहसिककार्यों के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें सम्मानित किया।

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