सिटी पोस्ट लाइव : भारत और चीन के बीच इनदिनों विवाद चल रहा है. ये विवाद ऐसा वैसा नहीं बल्कि युद्धस्तरीय है. जिसका समाधान भले ही देश की सरकार बंद कमरे में कर रही हो लेकिन, देश में इसका समधान खुलेआम किया जा रहा है. जहां पहले चीनी प्रोडक्ट को भारत में बैन और इसका बहिष्ककार कर रहे हैं. वहीं अब बोधगया में सभी होटल और रेस्टोरेंट वालों ने चीन के यात्रियों के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं. बोधगया होटल एसोसिएशन एवं बोधगया रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने एक बैठक कर यह निर्णय लिया है. बोधगया होटल एसोसिएशन के महासचिव सुदामा कुमार ने बताया कि बोधगया होटल एसोसिएशन ने बोधगया आनेवाले चीनी यात्रियों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.
बता दें भारत और चीन की सीमा गलवान में पिछले दिनों हिंसक झड़प हुई थी. इस झड़प में जहां भारत ने अपने 20 सनिकों को खोया वहीं चीन के 43 सैनिकों को ढेर कर दिया. बोधगया होटल एसोससिएशन ने कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन के साथ मिलकर देशहित में चीनी उत्पादों और चीनी पर्यटकों का बोधगया में बहिष्कार का निर्णय लिया है. इसके साथ ही यहां कहीं भी चीनी नागरिकों को रहने के लिये कोई भी कमरा नहीं दिया जाएगा. संगठन ने कैट के चीनी सामग्री बहिष्कार के अभियान का भी समर्थन करते हुए यह निर्णय लिया है. व्यवसायियों ने कहा कि भारत अतिथि देवो भव: के तर्ज पर चलता है लेकिन चीन युद्ध की नीति पर चलेगा तो हम बुद्ध की नीति पर नहीं चलेंगे.
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