कोरोना इफ़ेक्ट : एयर डेक्कन ने अपने कर्मचारियों को बिना वेतन दिए ही भेजा छुट्टी पर
एयरलाइंस का खस्ता हाल, हजारों लोग हुए बेरोजगार डेक्कन एयरलाइन्स अनिश्चित काल के लिये बंद.
कोरोना इफ़ेक्ट : एयर डेक्कन ने अपने कर्मचारियों को बिना वेतन दिए ही भेजा छुट्टी पर
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना वायरस को लेकर पीएम मोदी ने देश में 21 दिनों का लॉक डाउन किया हुआ है. इस लॉक डाउन के बाद बीते 24 मार्च की रात 12 बजे के बाद से सभी उड़ानें 14 अप्रैल तक के लिए बंद है.इसका एयरलाइंस पर काफी बुरा असर पड़ा है. देश में एविएशन कारोबार पहले से ही काफी मुश्किल में चल रहा था. बंद होने से एविएशन कारोबार का कारोबार बेहाल है. हर दिन किराए के रूप में उन्होंने लाखों—करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं लेकिन कारोबार ठप्प है..
खबर के अनुसार डेक्कन एयरलाइंस कंपनी ने अपना कामकाज बंद कर कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर भेज दिया है.कंपनी ने कहा है कि अगर कोरोना का असर खत्म होने के बाद हालात सुधरे और कामकाज उसने फिर शुरू किया तो पुराने कर्मचारियों को नौकरी पर वापस रख लेगी.बताया जा रहा है कि एयर डेक्कन के सीईओ ने कर्मचारियों को इस बावत ई-मेल कर सूचना दे दी है. सीईओँ ने अपने भेजे ई-मेल में कहा है कि ‘मौजूदा घरेलू और वैश्विक मसलों की वजह से नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 14 अप्रैल तक सभी कॉमर्शियल उड़ानें बंद करने का निर्देश दिया है. ऐसे में एयर डेक्कन के पास अगले नोटिस तक अपना कामकाज बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
एयर डेकन ने अपने पत्र में लिखा है ‘भारी मन से मुझे यह सूचित करना पड़ रहा है कि एयर डेक्कन के सभी स्थायी, अस्थायी और ठेका कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से बिना वेतन के छुट्टी पर भेजा जा रहा .गौरतलब है कि एयर डेक्कन एक क्षेत्रीय एयरलाइंस है. गुजरात जैसे पश्चिमी राज्यों में संचालित होती है. एयर डेक्कन के पास 18 सीटों वाले महज चार छोटे विमान हैं. कोरोना की वजह से वह दबाव नहीं झेल पाई और उसे अपना कामकाज बंद करना पड़ा है.सूत्रों के अनुसार उड़ाने रद्द होने की वजह से विमान कंपनियों को भारी नुकशान हुआ है.अगर भारत सरकार ने एअरपोर्ट का किराया माफ़ नहीं किया तो विमान किराया कई गुना बढ़ सकता है.
Comments are closed.