सिटी पोस्ट लाइव : छपरा जहरीली शराब कांड में 75 से ज्यादा लोगों की जान जाने के पीछे प्रशासनिक बिफलाता सामने आई है. जहरीली शराब कांड के मामले की जांच करने के बाद मद्य निषेध उत्पाद और निबंधन विभाग की टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने सारण के उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार और क्षेत्रीय उत्पाद निरीक्षक अशोक कुमार को शोकॉज नोटिस दिया है. दोनों अधिकारियों से सात दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है. स्पष्टीकरण के आधार पर दोनों अफसरों पर आगे की कार्रवाई तय होगी.
दो सदस्यीय जांच टीम में संयुक्त आयुक्त और उप सचिव स्तर के अधिकारी शामिल थे. अधिकारियों की टीम ने सारण के पीड़ित इलाकों का निरीक्षण किया. घटनास्थल पर जाकर पीड़ित परिवारों से बात की. इसके साथ ही अस्पताल में भर्ती पीड़ितों से भी यह जानकारी ली कि उन तक शराब कैसे पहुंची और शराब के धंधे का नेटवर्क क्या है? सारण के आसपास के जिलों के उत्पाद अधिकारियों से भी जानकारी और इनपुट में मदद ली जा रही है.
गौरतलब है कि रविवार को मृतकों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है.इस घटना के बाद से एडमिनिस्ट्रेशन के आला अफसर शराब कांड की समीक्षा कर त्रुटियों का निवारण करने में जुटे हुए हैं. अब स्पिरिट लदे टैंकरों को पुलिस निगरानी में पास कराने का निर्णय लिया गया है.
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