युवा व्यवसायी अमित साह की हत्या से उबला सहरसा, आगजनी कर लोगों ने कराया बाजार बंद
सिटी पोस्ट लाइव, स्पेशल : शनिवार 1 दिसम्बर को शाम में खगड़िया जिले के पिलनगरा गाँव के रहनेवाले 35 वर्षीय युवा व्यवसायी अमित साह, जो अपने बहनोई पंकज साह के यहाँ गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होने आए थे की हत्या गोली मारकर कर दी गयी थी। घटना सदर थाना के रिहायशी इलाके कोसी चौक की है। पुलिस ने कल रात ही घटना में प्रयोग की गई गाड़ी सहित दो युवकों को हिरासत में ले लिया था। बरामद बाईक की पहचान मृतक के स्कॉर्पियो चालक सुमेन शर्मा ने रात में ही कर ली थी। रात में ही एसडीपीओ सदर प्रभाकर तिवारी ने वार्ड संख्यां 18 के रहने वाले अभिजीत सिंह के घर पर छापेमारी की ।अभिजीत सिंह के घर से हत्या में इस्तेमाल यामाहा R 15 गाड़ी बरामद की गयी है।
पुलिस ने अभिजीत सिंह और उसके एक दोस्त को हिरासत में ले लिया है। अभिजीत के घर से पुलिस ने बड़ी मात्रा में तलवार बरामद किए हैं। रात में पुलिस कप्तान राकेश कुमार ने सदर थाने में गिरफ्त में आये इनदोनों युवकों पर जमकर थर्ड डिग्री का प्रयोग किया। अभिजीत सिंह ने उन तीनों युवकों का नाम कह दिया है जिन्होंने घटना को अंजाम दिया है। पुलिस तीनों अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस अभी गोली चलाने वाले युवक के नाम का खुलासा करना नहीं चाह रही है। नाम सार्वजनिक करने से उक्त अपराधी को गिरफ्त में लेने में पुलिस को दिक्कत होगी। बीती देर रात ही मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर, लाश को उनके परिजनों को सौंप दिया गया था।
इस हत्या से आक्रोशित लोगों ने कोसी चौक और कचहरी ढ़ाला को जामकर जमकर बबाल काटे। आक्रोशित लोगों ने सहरसा बाजार को भी बन्द करा दिया। वैसे रविवार होने की वजह से इस बन्दी का कोई अर्थ नहीं था। कोसी चौक पर लोग धरने पर भी बैठे थे। जाम कर धरने पर बैठे वार्ड संख्यां 12 के पार्षद राजेश कुमार सिंह, वार्ड संख्यां 13 पार्षद वीरेंद्र पासवान, वार्ड संख्या 1 के पार्षद पति जितेंद्र भगत, जाप नेता समीर पाठक, चंद्रहास यादव, पंकज यादव, विजय झा, पप्पू पासवान, शालिग्राम झा, ओम गुप्ता, नरेश पासवान, मृत्युंजय सिंह, मिट्ठू सिंह, राजू झा सहित दर्जनों लोगों से सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी और सदर एसएचओ आर.के.सिंह ने लंबी वार्ता की और तब जाकर धरना खत्म हुआ।
इनलोगों ने इलाके में एक स्थायी पुलिस चौकी, लगातार पेट्रोलिंग और सभी मुख्य चौक पर सीसीटीवी लगाने की मांग की। इन मांगों को इन अधिकारियों ने मान लिया। तत्काल पुलिस चौकी के लिए जगह भी देख ली गयी है। आगामी 6 दिसम्बर से पुलिस चौकी कार्य करना शुरू कर देगा। सीसीटीवी कैमरे भी सभी चौक पर लगेंगे। पेट्रिलिंग पर खास ध्यान दिया जाएगा। सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी ने यह भी कहा की सभी अभियुक्तों की त्वरित गिरफ्तारी के बाद, स्पीडी ट्रायल के माध्यम से उन्हें सजा कराई जाएगी। वार्ड पार्षद राजेश कुमार सिंह ने कहा कि घटना कम उम्र के लड़के कर रहे हैं, इसके पीछे की वजह कोरेक्स,सनफिक्स, गांजा और शराब है।
पहले चौक-चौराहे पर वेवजह के जमावड़े पर पुलिस को शख्ती दिखानी पड़ेगी। हमने भी सदर एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी से कई सवाल किए। हमारे इस सवाल, कि एसपी राकेश कुमार द्वारा नियुक्त क्विक फोर्स और पैंथर जवान ऐसे हैं जिन्हें सहरसा के किसी चौक का नाम नहीं पता है। यही नहीं अपराधियों के बैठने की कौन-कौन खास जगह है,यह भी इन्हें पता नहीं है ।फिर इस दस्ते से आमलोगों को क्या फायदा होगा ?इन पुलिस वालों को पहले ट्रेनिंग क्यों नहीं दी गयी? इसके जबाब में श्री तिवारी ने कहा ये सभी,अभी नए हैं। धीरे-धीरे सभी कुछ सीख जाएंगे। वाकई इस घटना ने पुलिस को पूरी तरह से बैकफुट पर ला दिया है। सहरसा में लगता ही नहीं है कि पुलिस नाम की कोई चीज है। अपराधियों की बल्ले-बल्ले है और पुलिस अधिकारियों के बस पसीने छूट रहे हैं।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की स्पेशल रिपोर्ट
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