सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना एंटीजन टेस्ट के नाम पर बिहार में हुए तीन जिलों के खुलासे के बाद अब शिवहर से भी ऐसी ही खबर सामने आई है. यहां भी कोरोना जांच को लेकर फर्जीवाड़ा सामने आया है. फर्जीवाड़ा जिले के पुरनहिया पीएचसी मे सामने आया हैं. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. पीएचसी के द्वारा करीब 40 व्यक्तियों का फर्जी जाँच किया गया हैं. जिसमें किसी भी व्यक्ति का ट्रेस नहीं मिल रहा हैं. कुछ ने जांच नहीं होने की बात बताई हैं. जिसको लेकर विभाग ने कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी हैं.
फर्जीवाड़े को लेकर प्रभारी डीएम विशाल राज ने बताया हैं कि कोरोना जाँच में पुरनहिया पीएचसी के द्वारा फर्जीवाड़ा किया गया हैं। उन्होंने बताया कि प्रभारी चिकित्सक और स्वस्थय प्रबंधक से शो कॉज किया गया और प्रभारी चिकित्सक को हटा दिया गया है. साथ ही फार्मासिस्ट को बर्खास्त किया गया हैं. प्रभारी डीएम विशाल राज ने कहा कि मामले की जांच जारी है और जो भी दोषी होंगे उनके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी. वही सिविल सर्जन डॉ राजदेव प्रसाद सिंह ने बताया कि फार्मासिस्ट को बर्खास्त करते हुए दो कर्मियों का संविदा रद्द किया गया हैं.
बता दें कुछ दिनों पहले एक अख़बार ने पटना, शेख़पुरा और जमुई की सूची में दर्ज 885 प्रविष्टियों की पड़ताल की थी. जिनका सरकारी आंकड़ों में कोविड-19 सैंपल टेस्ट हो चुका है. अख़बार की पड़ताल में बहुत सारे नाम और फ़ोन नंबर फ़र्ज़ी मिले. सूची में सैकड़ों ऐसे नाम दर्ज हैं जिनके मोबाइन नंबर की जगह 0000000000 लिखा है. किसी का नाम सही है तो फ़ोन नंबर ग़लत है और किसी का फ़ोन नंबर सही है तो नाम ग़लत. बिहार सरकार ने भी मामले को संज्ञान में लेते हुए अख़बार की रिपोर्ट के आधार पर आंकड़ों में हुए फ़र्ज़ीवाड़े की जांच के आदेश दे दिए हैं.
शिवहर से आदित्यानंद आर्य की रिपोर्ट
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