पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस में भीषण डकैती, छुप गई पुलिस लूटते-पिटते रहे रेल यात्री
रेल यात्री सावधान ! ट्रेनों में कीमती सामान लेकर सफ़र करना खतरे से खाली नहीं
सिटी पोस्ट लाईव : अपराधियों के निशाने पर आजकल रेल यात्री हैं. हर आये दिन कोई न कोई अपराधिक बारदात ट्रेनों में हो रही है.मंगलवार को किउल-झाझा रेलखंड के कुंदर हॉल्ट के समीप अपराधियों ने पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस के आधा दर्जन बोगियों में 40 मिनट तक लूटपाट की. ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेवारी संभाल रहे सुरक्षाकर्मी नक्सली हमले की आशंका से ट्रेन में छिप गए . जिन यात्रियों ने विरोध किया, उनके साथ मारपीट की गई. लगभग दस लाख की सम्पत्ति लूटे जाने का अनुमान है. ट्रेन जब जमुई स्टेशन पर पहुंची तो यात्रियों ने हंगामा किया.
यात्रियों ने बताया कि भलुई हॉल्ट में लाठी-डंडे और देसी पिस्तौल लेकर अपराधी ट्रेन के एसी-2, एसी-3 और लगभग चार-पांच स्लीपर बोगियों में चढ़े और यात्रियों को लूटने लगे. विरोध करने पर पिटाई भी शुरू कर दी. पटना से जसीडीह जा रहे एसी-टू के यात्री जितेन्द्र सिंह का सिर फट गया. एसी बोगी में ही यात्रा कर रहे पीके चौधरी की जमकर पिटाई हुई . उन्हें ट्रेन से फेंक देने की कोशिश की गई. अपराधियों ने यात्रियों से घड़ी, चेन, जेवर, नगदी और मोबाइल लूट लिए. एसी-टू बोगी का शीशा भी तोड़ दिया. इसके बाद अपराधी कुंदर हॉल्ट के समीप चेन पुलिंग कर उतर गए.
यात्रियों का आरोप है कि लूट के दौरान नक्सली हमले की आशंका के कारण आरपीएफ के जवान अपनी जान बचाने के लिए छिप गए थे. लेकिन पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार का कुछ और ही दावा है.उनका कहना है कि सुरक्षा बलों ने लुटेरों को ललकारा, तो उन्होंने पथराव शुरू कर दिया. इसमें रेल कर्मी और यात्री घायल हो गए. लूट के शिकार यात्रियों का कहना है कि अपराधी स्थानीय भाषा में बातचीत कर रहे थे. यात्रा कर रहे बिहार पुलिस के एक जवान ने विरोध किया, तो उन्हें भी पीटा गया. ट्रेन 8:09 बजे जमुई पहुंची तो यात्रियों ने सुरक्षा की मांग को लेकर हंगामा किया. लेकिन 8:27 बजे पर ट्रेन को जमुई से रवाना कर दिया गया. मजबूरन यात्री ट्रेन पर सवार हो गए. झाझा पहुंचने पर जांच-पड़ताल और एफआइआर दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी की गई.
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