सहरसा में घूसखोरी बन चुकी है संस्कृति, हर विभाग में वसूली के बाद होता है कोई काम
सहरसा में घूसखोरी बन चुकी है संस्कृति, हर विभाग में वसूली के बाद होता है कोई काम
सिटी पोस्ट लाइव : पुलिस के जवान से लेकर आलाधिकारी तक घुस कहिये, रिश्वत कहिये या फिर प्रसाद और नजराना लेकर ही कोई काम करते हैं। यह बातें अब आम हैं और सभी इसे जरूरी समझकर पूरा करने को विवश और बाध्य हैं। आज हम आपको सहरसा के नवहट्टा अंचल कार्यालय के सच से रूबरू करा रहे हैं। इस अंचल में पदस्थापित अनिल कुमार चौधरी क्लर्क पद पर कार्यरत हैं। विगत कई वर्षों से ये अपने विभिन्य कार्य स्थलों पर घुस लेने के नाम पर बदनाम थे। वैसे अकेले सिर्फ यही एक शिकारी नहीं हैं। यह खेल सभी विभागों में चल रहा है और जिसे जहाँ मौका मिल रहा है, वे जनता की जेब नोंच रहे हैं।
इस नवहट्टा अंचल के क्लर्क अनिल कुमार चौधरी नापी और दाखिल-खारिज सहित अन्य कामों में रिश्वत लेते हैं। आज हम घुस लेते इस कर्मी का स्टिंग लेकर हाजिर हो रहे हैं। यह कर्मी अपने कार्यालय कक्ष में खुल्लम-खुल्ला घुस ले रहे हैं। हद तो यह है कि बांकि कर्मी यह कारनामा देख रहे हैं। बांकि कर्मी को इस घूसखोरी को आराम से देखना और इस पर कुछ भी नहीं बोलना, इस बात की तकसीद करता है कि सभी कर्मियों को ऐसे उपहार में मूक सहमति रहती है। हमारी समझ से सहरसा जिलाधिकारी मोहतरमा शैलजा शर्मा को अनिल कुमार चौधरी समेत सभी कर्मियों पर कारवाई करनी चाहिए, जिससे घूसखोरों के बीच यह संवाद जाए कि घुस लेना एक बड़ा अपराध है।
इस लेन-देन के चक्कर में सही लोग पिसते हैं और उनके समय का नुकसान अलग से होता है। आगे हम विभिन्य विभाग के कर्मियों के स्टिंग के पीछे लगे हुए हैं। हम बड़ी मछली का भी शिकार करेंगे। हमें यह पता है कि हमारे इस अभियान से हम घूसखोरों से खुली दुश्मनी मोल ले रहे हैं। लेकिन हमें किसी से ना तो कोई भय है और ना ही किसी परिणाम से कोई सरोकार। हम सिस्टम के हर छेद को बेनकाब कर के रहेंगे। हमने ताल-ठोंककर पत्रकारिता धर्म को सिद्दत से निभाने का संकल्प लिया था और हमारा ये सफर ताउम्र जारी रहेगा।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
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