जिम ट्रेनर गोलीकांड: डॉक्टर दंपती ने जान से मारने के लिए शूटर को दिए गए थे 3 लाख रुपए.
पटना पुलिस ने कर दिया खुलासा, डॉक्टर दंपति गिरफ्तार, JDU ने डॉक्टर को पार्टी से किया निष्कासित.
सिटी पोस्ट लाइव :सत्ताधारी दल से जुड़े होने का धौंस दिखाकर अबतक जिम ट्रेनर विक्रम सिंह को गोली मारने के मामले में बच रहे डॉक्टर दंपति के खिलाफ आखिरकार बड़ी कारवाई हो गई है.JDU ने पटना के फेमस फिजियोथेरेपिस्ट राजीव कुमार सिंह को पार्टी से निकाल बाहर किया है. राजीव पहले JDU मेडिकल सेल के राज्य उपाध्यक्ष के पद पर थे. हत्याकांड में नाम सामने आने के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया.पुलिस ने राजीव कुमार सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. विक्रम सिंह के गंभीर आरोपों को पुलिस ने अब तक की जांच में सही माना है. इसके बाद मिले सबूत और क्लू के आधार पर बुधवार देर रात पुलिस ने डॉक्टर दंपती से फिर पूछताछ की और गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस को दिए बयान में विक्रम ने दावा किया है कि उसे जान से मारने की कोशिश खुशबू सिंह और उनके पति फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. राजीव सिंह ने अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर की है. लेकिन पुलिस ने उन्हें थाने से पूछताछ के बाद जब छोड़ दिया तो पुलिसिया कारवाई पर सवाल उठने लगे.फिर क्या था पहले पार्टी ने कारवाई की फिर पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा.18 सितंबर की सुबह जिम ट्रेनर विक्रम सिंह पर हुई गोलीबारी मामले का गुरुवार की शाम पटना SSP उपेंद्र कुमार शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस कर खुलासा कर दिया.
एसएसपी के अनुसार विक्रम सिंह की हत्या की प्लानिंग सावन महीने से पहले ही हो गई थी. पटना के फेमस फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. राजीव कुमार सिंह की पत्नी खुशबू सिंह इस पूरे मामले की मास्टर माइंड है. पिछले तीन महीने से वो विक्रम की हत्या कराने की प्लानिंग में जुटी हुई थी.पटना पुलिस ने बुधवार की रात ही मामले में नामजद डॉ. राजीव कुमार सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया था. गुरुवार की सुबह अरेस्ट कर लिया था. दिन भर दोनों को थाने में ही हिरासत में रखा गया था. देर शाम पुलिस खुशबू सिंह को महिला थाना से पेशी के लिए कोर्ट ले गई.
पुलिस के अनुसार जांच में यह बात सामने आई कि हाईप्रोफाइल पार्टी में छाए रहने वाले फेमस फिजियोथेरेपिस्ट राजीव कुमार सिंह ने एक कुख्यात अपराधी को कॉन्टैक्ट किया. जिम ट्रेनर को जान से मारने के लिए उसने 3 लाख रुपए का कॉन्ट्रैक्ट (सुपारी) दिया था. फिर उस कुख्यात ने बेगूसराय के रहने वाले अमित नाम के एक अपराधी को पेटी कॉन्ट्रैक्ट दिया, जो कदमकुआं में किराए के मकान में रहता है.अमित ने अपने दोस्त सरफराज, रोहित और दो साथियों का इस वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल किया. विक्रम की हत्या करने के उद्देश्य से शनिवार को उसके ऊपर सुबह-सुबह गोली बरसाई.
Comments are closed.