सिटी पोस्ट लाइव : राजधानी पटना के राजेव नगर शेल्टर होम ‘आसरा’ की मालकिन मनीषा दयाल तो आरजेडी नेता अब्दुलबारी सिद्दकी की नाम की साली है. उसके ऊपर तो कांग्रेस के नेता इस कदर मेहरबान थे कि अपनी लाखों की लक्जरी गाडी एक रुपये में उसके हवाले कर देते थे .अब मनीषा से पूछताछ के दौरान एक बड़ा राज खुलकर सामने आया है. मनीषा दो लक्जरी गाड़ियों की इस्तेमाल करती थी. ये गाड़ियाँ नेताओं की है. पटना की यह हॉट वीमेन सीतामढी विधायक अमित कुमार टुन्ना की लक्जरी गाड़ियों पर घुमा करती थी. मनीष अक्सर दो गाड़ियाँ इस्तेमाल करती थी. एक गाडी पजेरो है तो दूसरा फोर्चूनर है.
दो दिनों से मनीषा दयाल और चिरंतन कुमार से पुलिस रिमांड में पूछताछ चल रही है. अगली बारी नेताओं की है जो हॉट गर्ल के मायाजाल में फंस गए थे. नेता मनीषा कितने मेहरबान थे इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि नेता मनीषा को अपनी 35 लाख की लक्जरी गाडी उसे महज एक रुपये में दे देते थे. मनीषा दयाल की पजेरो गाड़ी चर्चा में है. 22 से 25 लाख की यह गाडी जिसका वीआइपी नंबर बीआर-30ई-0001 है. यह गाडी के कांग्रेसी विधायक की है. जब मनीषा फंस गई तो कहीं उसके साथ उनका कनेक्शन नहीं निकले इस गाडी का फर्जी सेल पेपर बनाकर अपनी जान बचाने में जुट गए. लेकिन जितना बचने की कोशिश करते दिखे, विधायक जी उतना ही फंसते दिख रहे हैं.दरअसल, यह वहीँ पजेरो है जिसपे स्वर होकर मनीषा पुलिस के पास पहुंची थी और गिरफ्तार हो गई थी.इस गाडी की खासियत जान लीजिये . इस पजेरो के रजिस्ट्रेशन का लेखा-जोखा आधिकारिक पोर्टल पर भी उपलब्ध नहीं है.उससे जुडी जानकारियों को छुपा लिया गया है..
अब विधायक जी ये साबित करने में जुटे हैं कि उन्होंने अपनी पजेरो मनीषा को बेच दिया था.प्रमाण के तौर पर उनके पास केवल सादे कागज पर हाथों से लिखा हुआ एक अग्रीमेंट है.यह सेल अग्रीमेंट एक रुपये के पोस्टल रेवन्यू स्टांप पर तैयार किया गया है, जिसकी कोई कानूनी वैधता नहीं है. इतना ही नहीं गाडी विधयक जी के बड़े भाई के नाम से निबंधित है लेकिन इसका सौदा विधायक जी ने कर लिया है. इस सेल लेटर में पजेरो का पूरा रजिस्ट्रेशन नंबर लिखने की बजे सिर्फ नंबर 1 लिख दिया गया है . चेसिस का नंबर भी गलत है . सवाल यह कि विधायक टुन्ना को गाड़ी का नंबर भी नहीं पता था .कहीं मनीषा को गिफ्ट में दी गई यह गाडी चोरी की तो नहीं?
पटना पुलिस ने सोमवार की रात बोरिंग दयाल रोड के एसएमएस विला अपार्टमेंट के मनीषा दयाल के फ्लैट में छापा मारा तो पुलिस को यहां पार्किंग एरिया में एक नंबर की पजेरो गाड़ी के अलावा एक नंबर की फॉरच्यूनर भी देखने को मिली. जांच शुरु हुई तो पता चल गया कि यह फॉरच्यूनर भी सीतामढ़ी जिले की है.इस गाडी का डिटेल्स भी वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है .लेकिन यह फॉरच्यूनर भी कांग्रेस विधायक अमित कुमार टुन्ना की निकली.
अब बड़ा सवाल –विधायक जी की दो दो गाड़ियाँ मनीषा के पास कैसे पहुँच पहुँचीं.विधायक जी जब पकडे गए तो राज खुला कि वो भी उसी अपार्टमेंट में अपना डेरा दाल चुके थे ,जहाँ मनीषा रहती है.उन्होंने खुद मीडिया को बताया कि – फॉरच्यूनर भी उनकी है . उस एसएमएस अपार्टमेंट में जिसमे मनीषा रहती है, उसमे उनका भी एक फ्लैट है.विधायक जी ने कहा कि इस फ्लैट में मेरा ड्राइवर और गार्ड रहा करता था .विधायक जी अब लाख कहें कि उनका मनीषा के साथ कोई रिश्ता नहीं है, लेकिन इसे साबित कर पाना उनके लिए बेहद मुश्किल होगा.
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