सिटी पोस्ट लाइव : सृजन घोटाला के मुख्य आरोपी अमित कुमार और रजनी प्रिया की चार संपत्ति शनिवार को सील की गई। सीबीआई की टीम ने शनिवार को ताबड़तोड़ कार्रवाई की और एक फ्लैट, एक घर और एक दुकान समेत पांच गाड़ियां जब्त कर लीं। पूरे दिन सीबीआई और जिला प्रशासन की टीम बिना रुके कार्रवाई करती रही। गाड़ियों के अलावा मकान में कुछ नहीं मिला। सुबह 11 बजे से ही सीलिंग शुरू हुई और शाम के सात बजे के बाद भी जारी रही।
न्यू विक्रमशिला कॉलोनी तिलकामांझी के प्राणवती लेन में खाता संख्या 204 और खसरा संख्या 2605 और 2608 की संपत्ति सील की गई। यह जमीन बरहपुरा निवासी मो. मेराज खाना से अमित कुमार ने एक दिसंबर 2009 को खरीदी थी। यह जमीन वार्ड संख्या 33 में है। दूसरी संपत्ति भी न्यू विक्रमशिला कॉलोनी तिलकामांझी में ही है। इस जमीन का खाता संख्या 421 और खसरा संख्या 2596 है। जमीन का रकबा 1620 वर्गफीट है। यह जमीन 11 मई 2012 को बनवारी साह से रजनी प्रिया ने खरीदी थी। इनमें से एक जमीन पर गैरेज बना था, जिसमें तीन चारपहिया वाहन के साथ-साथ एक बाइक और एक स्कूटी लगी थी।
इसके अलावा गैरेज और जमीन पर कुछ और नहीं मिला। दूसरी जमीन पर खटाल बना था। खटाल संचालक ने अपना खटाल हटा लिया था। तीसरी संपत्ति तिलकामांझी के कृष्णाधाम अपार्टमेंट के तीसरे फ्लोर पर एक फ्लैट है, जिसकी संख्या 307 है। इस फ्लैट का क्षेत्रफल 1234.46 वर्गफीट है। यह फ्लैट रजनी प्रिया के नाम से है। सेल डीड के वैल्यू के अनुसार 3476000 इसकी कीमत है। इसकी खरीद 28 अगस्त 2015 को खरीदी गई थी। चौथी संपत्ति मुख्य बाजार में सील की गई।
खलीफाबाग-कोतवाली सड़क पर एटीएम के नीचे एक दुकान है, जिसमें पहले जूता-चप्पल का गोदाम चलता था। देर शाम सीबीआई की टीम इस दुकान पर पहुंची और ताला तोड़कर अंदर जांच की गई तो कुछ नहीं मिला। रात तक इंवेंट्री बनाने की प्रक्रिया चलती रही। संपत्ति सील करने के बाद हर जगह एक बैनर भी चस्पा किया गया, जिसपर जिला दंडाधिकारी के आदेशानुसार लिखा था- वाद संख्या आरसी 2172017ए0016/एसी-2 नई दिल्ली में पारित आदेश के आलोक में सीआरपीसी की धारा 83 के तहत अधिग्रृहीत संपत्ति। अभी अमित और प्रिया की 09 संपत्ति और है जिसे सील किया जाना है।
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