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नामी मोबाइल कंपनी का एग्जीक्यूटिव मैनेजर अगवा.

पटना जंक्शन से लापता मैनेजर के परिजनों से 25 लाख रुपए की मांग, रेल पुलिस ने शुरू की जांच.

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में किडनैपिंग का कारोबार एकबार शुरू हो चूका है.NMCH के डॉक्टर सुनील कुमार के बाद अब एक नामी मोबाइल कंपनी के एग्जीक्यूटिव मैनेजर सौरभ सुमन पटना जंक्शन से रहस्यमय तरीके से लापता हो गए हैं. परिवार का दावा है कि सौरभ सुमन का अपहरण कर लिया गया है. उनके मोबाइल से ही व्हाट्सएप मैसेज कर 2 दिनों में 25 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है.रुपए भी किसी और के नहीं, बल्कि सौरभ सुमन के ही बैंक अकाउंट में भेजने को कहा गया है. परिवार को कहा गया है कि आपने ऐसा नहीं किया तो बेटे से हमेशा के लिए हाथ धोबैठेगें.

सोमवार को पटना जंक्शन रेल थाना में FIR दर्ज किया गया है. अब राजकीय रेल पुलिस (GRP) की टीम जांच में जुट गई है.सौरभ सुमन मूल रूप से बांका जिले में अमरपुर थाना के तहत महादेवपुर के रहने वाले हैं, सौरभ भागलपुर में ही नामी मोबाइल कंपनी के एग्जीक्यूटिव मैनेजर हैं. परिवार के अनुसार 3 मार्च को  भागलपुर से पटना के लिए चले थे. पटना पहुंचे भी. वो कंपनी की मीटिंग अटेंड करने के लिए आए थे. रात में एग्जीविशन रोड  के एक होटल  में वो रुके थे. 4 मार्च को मीटिंग अटेंड करने के बाद रात में ही ट्रेन से उन्हें वापस भागलपुर जाना था. इसके लिए वो पटना जंक्शन पहुंचे थे. रात में करीब 9:30 बजे उन्होंने स्टेशन से ही अपनी पत्नी को वीडियो कॉल किया था.  पर वो अब तक घर नहीं पहुंचे हैं.

5 मार्च की रात में 10.44 बजे सौरभ के ही मोबाइल नंबर से उनकी मां सरिता देवी को वाटसएप पर एक मैसेज आया. जिसमें लिखा था कि ‘अगर बेटा चाहिए तो  2 दिन में 25 लाख रुपया सौरभ सुमन के बैंक अकाउंट में ही भेज दो.25 लाख भेजने के दो  दिन बाद बेटा मिल जाएगा. अगर कोई  चालाकी की तो  बेटा नहीं उसकी लाश मिलेगी.अगर कहीं यह खबर लीक हुई तो  शरीर का सारा अंग निकाल के बेच देंगे . इस मैसेज पर मां ने वाटसएप जवाब दिया कि ‘हमको  कैसे पता कि मेरा बेटा आपके पास है.हमको एक बार मेरे बेटे से बात करवाइए. पैसे का इंतजाम हम कर देंगे’.

परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.उनका कहना है कि 6 मार्च को दिनभर पटना जंक्शन रेल थाना में केस दर्ज कराने के लिए  वो  चक्कर लगाते रहे लेकिन,  रेल पुलिस ने उनकी नहीं सुनी. केस दर्ज नहीं किया. तब सौरभ के रिश्तेदार रवि रंजन पुलिस मुख्यालय गए। वहां वो रेल IG राजेश त्रिपाठी से मिले. रेल IG ने पटना जंक्शन रेल थाना के थानेदार रंजीत कुमार को  FIR दर्ज करने का आदेश दिया. इस मामले पर प्रभारी रेल SP पीके मंडल ने कहा कि FIR दर्ज कर ली गई है. मामला रुपयों के लेनदेन का होने की संभावना है. रेल पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है.

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