“एक्सक्लूसिव” : सहरसा में ईलाज कराना है, तो एक्सपायरी दवा लेनी होगी
सिटी पोस्ट लाइव : सदर अस्पताल सहरसा में मरीजों की जान भगवान भरोसे ही बच रही है। इस अस्पताल में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी की जगह यमराज बैठे हुए हैं। मरीज को एक्सपायरी दवा दी जा रही है। जब मरीज के परिजन इसकी शिकायत कर रहे हैं,तो कहा जा रहा है कि यही दवा दो। सदर अस्पताल प्रबंधन अपने इन्हीं बेजा हरकतों से लगातार सुर्खियों में रहा है। इस अस्पताल में मरीजों के बेड पर चादर तक नहीं रहते हैं। कभी स्लाईन सेट नहीं रहता है, तो कभी इंट्राकैट और सिरिंच तक का टोंटा रहता है।
सरकार के दावे के मुताबिक, अस्पताल में कभी भी दवा नहीं रहती है ।हम ताजा वाकये में अस्पताल प्रबंधन के ऐसे गुनाह पर से पर्दा उठा रहे हैं, जो किसी भी सूरत में मांफी के काबिल नहीं है। एक मरीज को एक्सपायरी ओआरएस देकर, मरीज को बचाने की कोशिश की गई है,या फिर उसे मारने की कोशिश, यह आप खुद तय कीजिये। मई 2017 में तैयार हुए इस ओआरएस पाउच की अवधि 18 महीने तय की गई है। यानि यह कई माह पूर्व ही एक्सपायर हो चुका है।
लेकिन स्वास्थ्यकर्मी इसी ओआरएस को मरीज को पिलाने की जिद पर अड़े हैं। मरीज के परिजन ने हमें खुलकर कहा कि वे कईबार स्वास्थ्यकर्मी के पास गए और उन्हें ओआरएस का पाउच दिखाया। उसने कहा कि यह एक्सपायर है। आप हमें दूसरा पाउच दीजिये।इस पर स्वास्थ्यकर्मी ने कहा कि इस अस्पताल में मरीज का ईलाज कराना है,तो यही ओआरएस मिलाओ,वर्ना अस्पताल से दफा हो जाओ। यह अस्पताल वाकई जानलेवा है। इस अस्पताल में गरीब मरीज का सरकारी कोरम पूरा कर के ईलाज की जगह खानापूर्ति भर की जा रही है। अगर इस अस्पताल में मरीजों की जिंदगी बच जाती है,तो समझिए कि ऊपरवाला मेहरबान है।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “एक्सक्लूसिव”रिपोर्ट
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