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तेलंगाना CM चन्द्रशेखर को क्यों लगता है नीतीश कुमार से डर?

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सिटी पोस्ट लाइव :NDA को छोड़ने के बाद बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की गोलबंदी के लिए काम कर रहे नीतीश कुमार से तेलंगाना के सीएम चन्द्रशेखर राव को डर लगता है.बुधवार को विपक्षी दलों को एकजुट कर पहली रैली करने जा रहे तेलंगाना के सीएम ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केरल के सीएम पिनाराई विजयन, यूपी के पूर्व सीएम व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, पंजाब के सीएम भगवंत मान और टी राजा समेत कई बड़े नेताओं को तो आमंत्रित किया है लेकिन नीतीश कुमार को छोड़ दिया है.इसका मतलब यहीं निकाला जा रहा है कि PM पद के दावेदार तेलंगाना के सीएम को नीतीश कुमार से खतरा लगता है.

दरअसल, नीतीश कुमार का कद भारत के किसी भी मुख्यमंत्री से बड़ा है. 17 साल से सत्ता में हैं लेकिन आजतक उनके दमन पर कोई दाग नहीं लगा है.बिहार को पटरी पर लाने का उन्हें श्री जाता है.उनकी छवि एक विकास पुरुष और सुशासन बाबू की है. पहले से भी उन्हें PM पद के प्रबल दावेदार के रूप में देखा जता रहा है.अब RJD के साथ उनके आ जाने से उनके समर्थन में अखिलेश यादव का आना तय है.झारखण्ड और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को भी नीतीश कुमार के नाम पर एतराज नहीं होगा.जाहिर है दुसरे किसी मुख्यमंत्री से उनके समर्थन का दायरा बड़ा है.यहीं कारण है कि तेलंगाना के सीएम उनसे दुरी बनाने लगे हैं.

BJP भी तेलंगाना के सीएम चन्द्रशेखर राव के इस चाल से खुश है.BJP ये बखूबी जानती है कि PM मोदी को अरविन्द केजरीवाल या चंद्रशेखर चुनौती नहीं दे सकते.उनके नीतीश कुमार के समर्थन में खड़े होने से मोदी की मुश्किल बढ़ कस्ती थी.बीजेपी के नेता और बिहार विधान सभा के नेता विजय सिन्हा ने इस मामले को लेकर नीतीश कुमार पर तंज किया है.विपक्ष को विजय सिन्हा ने कहा, तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने तो बिहार आकर अपनी मंशा को साफ कर दिया था. यहां एक अनार सौ बीमार की स्थिति बनी हुई है. प्रधानमंत्री का सपना कई लोगों को आ रहा है तो ख्वाबों की टकराहट में कैसे एक दूसरे को स्वीकार कर पाएंगे? वहीं, जदयू के नेता और बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि उद्देश्य एक ही है बीजेपी को सत्ता से बाहर करना और इसके लिए प्रयास किया जा रहा है.

मंत्री बिहार श्रवण कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी समाधान यात्रा में व्यस्त हैं और इससे निपटने के बाद वो भी कई राज्यों की यात्रा करेंगे. इसके बाद एक बार फिर वे विपक्षी एकता को एकजुट करने के अभियान को आगे बढ़ाएंगे. मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तमाम विपक्षी दलों को एक करने में लगे हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए वे हर कोशिश करेंगे.सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव को नजर अंदाज कर विपक्ष मोदी को चुनौती दे सकता है.अखिलेश यादव भी तेजस्वी यादव का ही साथ देगें.बिहार, उत्तर प्रदेश के बिना विपक्ष मोदी को किस हदतक चुनौती दे पायेगा?

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