सिटी पोस्ट लाइव, लखनऊ: राज्य सरकार के निर्देश पर सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) ने पूर्व आइपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार और प्रयागराज के निलंबित एसएसपी अभिषेक दीक्षित के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति की जांच शुरू की है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि विजिलेंस पहले से ही दोनों आइपीएस अधिकारियों समेत अन्य पुलिसकर्मियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार के मामले में जांच कर रही है। महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में फरार चल रहे आइपीएस अधिकारी एवं महोबा के पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बीते सितम्बर माह में विजिलेंस ने महोबा व प्रयागराज पुलिस पर लगे भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों की खुली जांच शुरू की थी। इसके बाद विजिलेंस ने दोनों ही जनपदों में एक-एक एसपी के नेतृत्व में टीमों को भेजकर गहनता से छानबीन शुरू करवाई थी। महोबा में भ्रष्टाचार से जुड़ी दो-तीन शिकायतें शासन को पूर्व में भी मिली थीं, जिनकी जांच भी विजिलेंस कर रही है। प्रयागराज में भ्रष्टाचार के अलावा विभागीय अनियमितता की जांच भी चल रही है। भ्रष्टाचार के संगीन आरोपों से घिरे महोबा के निलंबित पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार व प्रयागराज के निलंबित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित के अलावा तत्कालीन कई पुलिस अफसरों व कर्मियों की भूमिका भी विजिलेंस जांच के दायरे में है। इसी क्रम में शासन के निर्देश पर अब विजिलेंस ने दोनों आइपीएस अफसरों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की जांच भी शुरू कर दी है। दोनों की संपत्तियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है।
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