नगर परिषद की उदासीनता से आई बरसाती बाढ़, घर से निकलना हुआ मुश्किल
सहरसा जिला मुख्यालय के लगभग सभी मुहल्ले पानी में डूबे
नगर परिषद की उदासीनता से आई बरसाती बाढ़, घर से निकलना हुआ मुश्किल
सिटी पोस्ट लाइव : बारिश ने सहरसा के लोगों जीना मुहाल कर दिया है। सभी मुहल्ले में पानी,घुटने भर से ज्यादा हैं। लोग एक तरह से अपने ही घर में बन्दी बने हुए हैं। अधिकांश बच्चों का स्कूल जाना बाधित है। व्यवसायियों का व्यवसाय प्रभावित है। बेशक, रोजमर्रा की जिंदगी की रफ्तार को पूरी तरह से ब्रेक लग गया है। सहरसा जिला मुख्यालय के सबसे ज्यादा रिहायशी मुहल्ले गौतम नगर, शिवपुरी, प्रताप नगर, विद्यापति नगर, कायस्थ टोला, नया बाजार, बटराहा, अली नगर, मीर टोला, संत नगर, शारदा नगर, हाथी टोला, पंचवटी सहित लगभग सभी मुहल्लों में कोसी के बाढ़ जैसा मंजर है।पानी निकासी का कोई रास्ता और विकल्प नहीं है। नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी नीलाभ कृष्ण आश्वासन देने के सिवा कुछ भी करने की स्थिति में नहीं हैं। पूरा जिला मुख्यालय नरक में तब्दील है। यत्र-तत्र फेंके गंदगी भरे कचरे भी पानी में डूबे हुए हैं, जिनसे नाक फाड़ू बदबू आ रहे हैं। आलम ऐसा है कि कहीं महामारी ना फैल जाए। नगर परिषद और जिला प्रशासन ब्लीचिंग पाऊडर भी छिड़कवाने का काम नहीं कर रहा है। लोग बेहद असमंजस की स्थिति में और तकलीफजदा हैं।लेकिन वे फरियाद करें, तो आखिर कहाँ ?सभी अधिकारी जमीनी काम से ज्यादा सरकारी फाईल और कम्प्यूटर का डाटा मजबूत करने में जुटे हैं। जाहिर तौर पर त्राहिमाम करते लोग,किसी तारणहार की बाट जोह रहे हैं।
सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट
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