एक साल की मेहनत के बाद बिहार पुलिस ने खोज निकाला शराब तस्करों का तोड़
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद पुलिस माफियाओं पर लगाम लगाने में बौनी नजर आ रही है. ऐसे में अप पुलिस ने वो तोड़ ढूंढ निकला है जिससे अब शराब माफियाओं की खैर नहीं है. अब शराब तस्कर शराब पाताल में भी छुपा कर रखेंगे तो भी उसे ढूंढ निकला जायेगा. क्योंकि इस काम को पुलिस नहीं बल्कि उनके खोजी कुत्तों की फ़ौज करेगी. बता दें कि बिहार पुलिस पिछले एक साल से भी अधिक समय से शराब सूंघने वाले खोजी कुत्तों की तलाश में थी. इसके लिए सेना से लेकर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के डॉग ब्रीडिंग व ट्रेनिंग सेंटर से संपर्क साधा गया. लेकिन सेना व अर्धसैनिक बलों ने शराब सूंघने में माहिर कुत्तों की आपूर्ति करने से इनकार कर दिया.
उनका कहना था कि शराब की गंध पहचानने वाले विशेषज्ञ कुत्ते उनके पास उपलब्ध नहीं हैं. क्योंकि उनके ब्रिडिंग व ट्रेनिंग सेंटर में कुत्तों को केवल विस्फोटक व गोला-बारूद की गंध पहचानने की ट्रेनिंग दी जाती है. इसके बाद बिहार पुलिस ने कई राज्यों की पुलिस से संपर्क साधा. लेकिन तलाश पूरी नहीं हो सकी. सभी ने शराब सूंघने मे माहिर कुत्ते उपलब्ध कराने से साफ इनकार कर दिया. ऐसे में बिहार पुलिस ने तेलंगाना पुलिस से संपर्क साधा. तेलंगाना पुलिस शराब की गंध को दूर से ही पहचान लेने वाले बीस कुत्ते उपलब्ध कराने को राजी हो गई.
फ़िलहाल बिहार पुलिस को शराब सूंघने वाले कुत्तों की पहली खेप उपलब्ध हो चुकी है. इन्हें तेलांगना पुलिस ने बिहार पुलिस को उपलब्ध कराया है. अभी इन कुत्तों को ट्रेनिंग से गुजरना होगा. इसमें नौ महीने लगेंगे. जानकारी के मुताबिक ये खोजी कुत्ते मार्च तक तैयार हो जायेंगे. जिसके बाद इन्हें शराब की खोज पर लगा दिया जायेगा. गौरतलब है कि शराब तस्कर आये दिन शराब छुपाने के लिए कई प्रकार के हथकंडे अपनाते आ रहे हैं. बिहार पुलिस लगातार इन्हें पकड़ने की कोशिश में लगी रहती है, लेकिन अपनी चालाकी से ये बच कर निकल जाते हैं. अब उम्मीद है कि शराब सूंघने वाले कुत्तों की मदद से पुलिस आसानी से छुपाये गए शराब को पकड़ने में कामयाब होगी.
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