सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन ने कहा है कि कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए बेड, दवा और ऑक्सीजन की कमी नहीं है, पैनिक होने की जरूरत नहीं है, लोग धैर्य रखें। मुख्यमंत्री ने शनिवार को रांची और जमशेदपुर के लिए कोविड सर्किट का ऑनलाइन उदघाटन किया। इस मौके पर उन्होंने राज्य के लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार पूरी कोशिशों से कोरोना के बिगड़ते हालात को काबू में करने के लिए काम कर रही है।
क्या है कोविड सर्किट
रांची और जमशेदपुर में अगर कोरोना संक्रमितों को ऑक्सीजनयुक्त बेड नही मिले, तो नजदीक के दूसरे जिलों में भर्ती की जाएगी। हेमंत सोरेन ने कहा है कि रांची के मरीजों को खूंटी, रामगढ़, लोहरदगा, गुमला में इलाज की सुविधा मिलेगी। इस सर्किट में 2000 ऑकसीजन युक्त बेड हैं। इनमें 450 बेड खाली पड़े हैं। इसी तरह जमशेदपुर में कोरोना मरीजों को बेड नहीं मिले, तो उन्हें नजदीक के सरायकेला और चईबासा के अस्पतालों में भर्ती किया जा सकेगा। इस सर्किट में 1250 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड है। इनमें 500 खाली पड़े हैं। गौरतलब है कि रांची और जमशेदपुर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. दोनों जगहों के अस्पतालों में मरीजों का दबाव भी ज्यादा है। रांची के अस्पतालों में मरीजों की संख्या रोज बढ़ रही है। जबकि निकटवर्ती जिलों में बड़ी तादाद मे ऑक्सीजनयुक्त बेड खाली पड़े हैं। हेमंत सोरेन ने कहा है कि निकट के जिलों में भर्ती होने के लिए 104 नंबर पर डायल करना होगा। यहां से तुरंत बताया जाएगा कि नजदीक के किस जिले के अस्पताल मे ऑक्सीजन युक्त बेड खाली है।जो लोग वहां तक खुद जा सकते हैं वे जाएं और जिनके पास गाड़ी एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध नहं होगी, सरकार उन्हें मोबाइल वैन उपलब्ध कराएगी।
भय अधिक हो गया है
मुख्यमंत्री ने कहा, ’’जो हालात बने हैं उसमें भय अधिक हो गया है. पैनिक होने की जरूरत नहीं. हम जी जान लगाकर काम कर रहे हैं. दवा ऑक्सीजन बेड की कमी नहीं है. लोगों में धैर्य की कमी है. अफरातफरा का माहौल मत बनाएं। सिलेंडर की कमी भी नहीं है। सिलेंडर पर नजर रखने को सदर अस्पताल में सीसीटीवी लगा दिया है। रिफिलिंग सेंटर में भी लगाने को कहा है। आपकी चिंता हमारी चिंता है। सहयोग करें. हर वक्त सरकार आपके लिए काम कर रही है।’’
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