बेटे को हीरो और नीतीश को विलेन बता रहे जगदाबाबू?
बेटे सुधाकर को बताया किसान मजदूर हितैषी, कहा- इनके हित की बात करने की वजह से गई कुर्सी.
सिटी पोस्ट लाइव :RJD के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने अपने बेटे,बिहार के कृषि सुधाकर सिंह के नीतीश सरकार की नीतियों और सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के मामले को उठाये जाने को सही करार दिया है.गौरतलब है कि आज कृषि मंत्री ने तेजस्वी यादव को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए जगदानंद सिंह ने कहा कि बिहार का कृषि मंत्री, उनका बेटा सुधाकर सिंह किसानों के हित का सवाल जोरशोर से उठा रहा था.कृषि मंडी के सवाल को उठा रहा था .उसकी मांग देश के किसानों की मांग थी.किसानों से अलग भारत है ही नहीं.इसे गांधी और लाल बहादुर शास्त्री ने उठाया.जो इस रास्ते पर चलते हैं , जो किसानों को और मजदूरों को अपनी सबसे बड़ी ताकत मानते हैं , उन्हें त्याग करना पड़ता है.ऐसे सवालों को उठानेवालों को त्याग करना पड़ता है.
जाहिर है जगदानंद सिंह अपने बेटे सुधाकर सिंह के द्वारा नीतीश सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करने और नीतीश कुमार के कृषि रोड मैप पर सवाल उठाये जाने को सही ठहरा रहे हैं.वो नहीं मानते कि कृषि मंत्री ने कोई अनुशासनहीनता की है.वो अपने बेटे की तुलना गांधी और लाल बहादुर शास्त्री से करते हुए कहते हैं कि उन्होंने भी यहीं काम किया.जगदानंद सिंह के इस बयान में बड़ा सन्देश छुपा है.पहला संदेश तो ये है कि नीतीश कुमार की वजह उनके बेटे की मंत्री की कुर्सी छीन गई.दूसरा ये कि वो अपने बेटे को किसानों के सबसे बड़े हितैषी साबित करना चाहते हैं. तीसरा मकसद नीतीश कुमार को किसान और मजदूर विरोधी मानसिकता वाले नेता साबित करना चाहते हैं, जिन्होंने किसान मजदुर की हित करनेवाले को मंत्री पद से हटा दिया.
जगदानंद सिंह ने सुधाकर के इस्तीफे की दुसरी वजह बताते हुए कहा कि इस्तीफा इसलिए देना पड़ा कि लड़ाई आगे न बढ़े, सरकार ठीक से चलती रहे.मतलाब साफ़ है सुधाकर सिंह को लेकर नीतीश कुमार सुधाकर सिंह को लेकर नाराज चल रहे थे और इतना नाराज चल रहे थे कि महागठबंधन की सरकार पर खतरा था.गौरतलब है कि अपने विभाग के बहाने सुधाकर सिंह नीतीश सरकार में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का दावा कर रहे थे.नीतीश सरकार के कृषि रोड मैप पर सवाल उठा रहे थे.सीधे सीधे नीतीश के सुशासन पर सवाल खड़े कर रहे थे.
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