City Post Live
NEWS 24x7

गोरखपुर : ‘सौर ऊर्जा मैक्रोग्रिड’ को चलाएंगे ‘गंवई इंजीनियर’

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

सिटी पोस्ट लाइव, गोरखपुर: यह सुनने में भले ही अटपटा लगे, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद के गंवई नौजवान अब ‘सौर ऊर्जा इंजीनियर’ का काम करेंगे। हां, यह सोलह आने सच है। इसे पंडित मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परवान चढ़ाएगा। ग्रामीणों को प्रशिक्षित कर उन्हें गांव में स्थापित होने वाले सोलर पावर माइक्रोग्रिड को संचालित करने का इंजीनियरिंग गुर सिखाएगा। बता दें कि एमएमएमयूटी ने पिछले साल पांच आदर्श गांव बनाने का फैसला किया था। अब रमलखना को चुना गया है। रमलखना में सोलर पावर की माइक्रोग्रिड स्थापना के लिए एक एकड़ जमीन एमएमएमयूटी को मिलने के बाद माइक्रोग्रिड स्थापित होने का रास्ता भी साफ हो गया है। विश्वविद्यालय अब इसे स्थापित करने की कवायद तेज कर चुका है। विवि द्वारा ग्रामीणों को ग्रिड संचालन की ट्रेनिंग देने की तैयारी जोरों पर है। ट्रेनिंग लेने वाले चुनिंदा ग्रामीणों को वह सबकुछ बताया जाना है, जिसकी जानकारी ग्रिड संचालन में जरूरी है। यानी विवि के इंजीनियर्स अब ‘गंवई इंजीनियर’ की खेप तैयार करने की कोशिश में जुटने वाले हैं। जल्दी ही इसे परवान चढ़ाना शुरू कर दिया जाएगा।
यह करेंगे प्रशिक्षित ‘गंवई इंजीनियर्स’
ग्रिड से उत्पन्न सौर ऊर्जा को बिजली को तारों के जरिए घर-घर तक पहुंचाने की तैयारी है। बिजली विभाग से बात चल रही है। हो रही बातचीत के मुताबिक इसके लिए गांव में बिजली विभाग के खंभों की मदद भी ली जाएगी। इन खंभों पर वे न सिर्फ बिजली के तार दौड़ाएंगे बल्कि कनेक्शन देने का कार्य भी करेंगे। ग्रिड से बिजली सप्लाई शुरू करने की जिम्मेदारी भी इन प्रशिक्षित गंवई इंजीनियर्स की ही होगी। स्थापित होने वाले सोलर पावर पम्प में कनेक्शन जोड़ना और खेतों तक पहुंच रही वाटर सप्लाई पाइप का निरीक्षण करना भी इनकी जिम्मेदारी होगी। इतना ही नहीं, माइक्रोग्रिड का संचालन भी गंवई इंजीनियर्स की ही जिम्मेदारी होगी। माइक्रोग्रिड संचालन के साथ बिजली वितरण और हिसाब की ट्रेनिंग भी मिलेगी। सोलर पंप संचालन की ट्रेनिंग भी मिलेगी। फिर, विवि द्वारा ग्रामीणों को माइक्रोग्रिड हैंडओवर कर दिया जाएगा।
नहीं हैं खंभे तो एमएमएमयूटी लगाएगा 
तैयारी यहां तक है कि अगर गांव में बिजली विभाग के खंभे नहीं होंगे तो एमएमएमयूटी प्रशासन खंभे स्थापित कराएगा। इसके बाद हर घर तक सौर ऊर्जा की बिजली पहुंचेगी। बिजली बिल का बोझ खतम होगा और सिंचाई की लागत कम होने से किसानों की आमदनी में इजाफा भी होगा।

-sponsored-

- Sponsored -

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.