सिटी पोस्ट लाइव, गोरखपुर: कोरोना वायरस की वजह से लगभग सभी धार्मिक-सांस्कृतिक और सामाजिक आयोजनों पर ग्रहण लगा रखा है। अब गोरखपुर महोत्सव भी इसकी चपेट में आ गया है। कोरोना वायरस की वजह बढ़ रहे मरीजों की संख्या को देखते हुए इसे टालने के निर्णय लिया गया है। अब आगे इसकी तिथि को मुकर्रर करने पर विचार हो रहा है। गोरखपुर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में रंग-बिरंगी छटा, बॉलीवुड सितारों की धमक, खेती-किसानी के मिलने वाले टिप्स, टेराकोटा से जुड़े कामगारों और अन्य उत्पादकों द्वारा किया जाने वाला प्रदर्शन देखने-सुनने को मिलता था, लेकिन इस वर्ष आयोजित होने वाले गोरखपुर महोत्सव को कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है। हर साल 11 से 13 जनवरी तक होने वाला गोरखपुर महोत्सव इस वर्ष तय समय पर नहीं होगा। सूत्रों का कहना है कि आगे कब तक इसका आयोजन होगा अथवा फिर होगा भी या नहीं इस पर पर कोई निर्णय नहीं हो सका है।
वर्ष 2016 में शुरू हुआ आयोजन
बता दें कि योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद वर्ष 2016 में गोरखपुर महोत्सव का आयोजन शुरू हुआ था। तबसे हर साल 11 से 13 जनवरी तक गोरखपुर महोत्सव का आयोजन होता रहा है। प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने इस महोत्सव को लगातार भव्यता प्रदान करने का काम किया। स्थानीय लोक कलाकारों को महोत्सव के बहाने बड़ा मंच मिला। बॉलीवुड और भोजपुरी के लोकप्रिय कलाकार महोत्सव में शिरकत करते रहे। स्थानीय स्तर की लोक कलाकृतियों को भी पहचान मिलनी शुरू हो गयी। लेकिन इस वर्ष इन सभी प्रयासों को कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया है। अब तक आयोजन के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है।
राज्यपाल करते हैं शुभारम्भ
बता दें कि राज्यपाल इस महोत्सव का शुभारंभ करते हैं और मुख्यमंत्री द्वारा इसका समापन किया जाता है। इन दोनों वीआईपी की वजह से पहले और अंतिम दिन लोगों की अच्छी खासी तादात रहती है। इस परिस्थिति में कोरोना वायरस के गाइड लाइन की अनदेखी होना संभव है।
प्रशासन ने लिया निर्णय, नहीं होगा आयोजन
कोरोना संक्रमण का प्रभाव अभी भी बना है। इस वजह से प्रशासन ने तय समय पर महोत्सव नहीं कराने का निर्णय लिया है। इधर, संक्रमण में आई तेजी ने प्रशासन के निर्णय को सही ठहराने के काम किया है।
बड़ी संख्या में होती है भीड़
गोरखपुर महोत्सव में पूर्वांचल खासकर गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मंडलों के लोग, कलाप्रेमी, छोटे-मझोले उद्यमी और कलाकारों का जुटान होता है। ऐसे में कोरोना संक्रमण के फैलने गुंजाइश अधिक है। जिसकी वजह से प्रशासन ने इसे टालने का निर्णय लिया।
बोले मंडलायुक्त
इस संबंध में मंडलायुक्त जयंत नार्लीकर का कहना है कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। महोत्सव में काफी भीड़ जुटती है। ऐसे में 11, 12 और 13 जनवरी को होने वाले गोरखपुर महोत्सव के आयोजन को फिलहाल न कराने का निर्णय लिया गया है। महोत्सव इस साल होगा या नहीं अभी इसको लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ है।
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