City Post Live
NEWS 24x7

नियंत्रित होंगे गोरखपुर के अपराधी, टॉप 100 की सूची तैयार

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव, गोरखपुर: कानपुर के पांच लाख इनामी बदमाश विकास दुबे के मारे जाने के बाद भी पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर्स को चिन्हित करने और उनके खिलाफ कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाने के मंसूबे को कार्य रूप में परिणीत करने का प्रयास जारी रखा है। अपराधी और अपराध मुक्त गोरखपुर के लिए टॉप-10 अपराधियों की सूची तैयार कर चुकी पुलिस ने अब टॉप-100 हिस्ट्रीशीटर्स की सूची तैयार की है। माना जा रहा है कि टॉप 100 अपराधियों पर शिकंजा कसने से गोरखपुर जिले में अपराध पूरी तरह से नियंत्रित हो जाएगा। जारी सूची में शामिल टॉप 100 अपराधियों की समीक्षा, निगरानी और उन पर शिकंजा कसने की जिम्मेदारी भी तय कर दी है।
यहां-इतने हैं लिस्टेड, एसपी करेंगे समीक्षा
टॉप 100 अपराधियों की सूची में शहर के थानों से 34 हिस्ट्रीशीटर को शामिल किया गया है, जबकि गोरखपुर उत्तरी और दक्षिणी से सूची में 33-33 अपराधियों के नाम शामिल किए गए हैं। एसपी इसकी प्रत्येक महीने समीक्षा करेंगे।
ऐसे कदम बढ़ा रही पुलिस
 
कानपुर घटना से सबक लेने वाली गोरखपुर पुलिस आहिस्ते-आहिस्ते और सतर्क भाव से अपना कदम बढ़ा रही है। जिले के सभी थाना क्षेत्रों से इकट्ठा की गई जानकारी के बाद बुधवार को टॉप 10 अपराधियों की सूची जारी की गई थी। गुरुवार को टॉप-100 अपराधियों की सूची तैयार ही गयी। इतना ही नहीं, हर थाने के टॉप 10 अपराधियों की अलग से सूची तैयार की गई है।
आपराधिक घटनाओं को रोकने की है मंशा
 
बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई अपराध और अपराधियों को नियंत्रित करने की मंशा से की जा रही है। पुलिस का यह प्रयास रहेगा कि कोई भी अपराधी पुलिस की निगाह से न बचने पाए और न ही किसी वारदात को अंजाम न दे सके। यही वजह है चिह्नित अपराधियों की नियमित निगरानी की व्यवस्था की गई है।
1400 हैं हिस्ट्रीशीटर
 
पुलिस सूत्रों की मानें तो गोरखपुर में हिस्ट्रीशीटर्स की संख्या 1400 के आसपास है। इसमें से कई अब भी अपराध की दुनिया में सक्रिय हैं और नियमित रूप से इनकी आपराधिक गतिविधियां मिलती हैं। हालांकि इनमें से कुछ बाहर हैं और कई जेल में बंद हैं।
संदिग्ध गतिविधि पर होंगे सलाखों के पीछे
 
कानपुर की घटना के बाद डीजीपी कार्यालय से भी प्रदेश के सभी जिलों के अफसरों को अपराधियों पर कार्रवाई का आदेश दिया गया है। यह हिदायत भी है कि जमानत पर बाहर रहने वाले किसी भी अपराधी को संदिग्ध गतिविधि में।लिप्त पाए जाने पर उन्हें गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए। जेल में बन्द अपराधियों के मुलाकातियों पर भी निगाह रखने की हिदायत दी गई है।
हल्का दारोगा-सिपाही भी हैं जिम्मेदार 
 
थानों में तैनात हल्का दारोगा और सिपाहियों की जिम्मेदारी भी तय की गई है। इनके पास संबंधित क्षेत्र के सभी अपराधियों का ब्योरा उपलब्ध रहेगा। हल्का दरोगा, सिपाही की यह जिम्मेदारी होगी कि वह इन पर लगातार काम करें। इनके अलावा क्राइम ब्रांच के पास भी सूची रहेगी और वह अपने तरीके से इन पर निगाहें जमाये रखेगी।
बोले एसएसपी
इस सम्बंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि अपराधियों के नामों की तैयार सूची संबंधित एसपी को सौंप दिया गया है। वह इसकी मानीटरिंग करेंगे। टॉप 100 बदमाशों की नियमित रूप से निगरानी होगी। कार्रवाई भी की जाएगी। लापरवाही बर्दाश्त नहीं है। यह सूची क्राइम ब्रांच के अलावा तीनों एसपी के पास रहेगी। अपने-अपने इलाके के बदमाशों के गतिविधियों की समीक्षा संबंधित क्षेत्र के एसपी हर महीने करेंगे।

- Sponsored -

-sponsored-

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

- Sponsored -

Comments are closed.