शराबबंदी के बाद भी सहरसा में रिकॉर्ड तोड़ शराब का हो रहा है कारोबार
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुखिया लाख दावे कर लें कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है लेकिन सहरसा में यह कानून ना केवल बिल्कुल बेअसर है बल्कि कारोबारी छूटकर अवैद्य शराब का कारोबार भी कर रहे हैं. यह अलग बात है कि सहरसा पुलिस और उत्पाद विभाग को शराब की बरामदगी में सफलता भी मिलती है .एक बार फिर शराब बरामदगी हुई है,जिससे इस बात की साफ तकसीद हो रही है कि इस इलाके में शराब का अवैद्य कारोबार व्यापक पैमाने पर फल-फूल रहा है .
ताजा मामला सहरसा जिले के बलवा ओपी क्षेत्र के बलही तेघरा गाँव का है,जहां बीती देर रात एक अर्धनिर्मित मकान के तहखाना और कैम्पस में खड़ी मारुति ऑल्टो कार से भारी मात्रा में विदेशी शराब की बरामदगी में सफलता मिली .बताते चलें कि उत्पाद अधीक्षक असरफ जमाल को गुप्त सूचना मिली थी कि आज शराब का खेप आनेवाला है .उसी आधार पर छापामारी की गई .खुद असरफ जमाल ने मौके वारदात पर पहुंचकर शराब की खेप को बरामद किया.
बरामद शराब विभिन्न ब्रांड के 1287 बोतलतकरीबन सवा पांच सौ लीटर का है .बरामद शराब का बाजार मूल्य तकरीबन सात लाख है .यह कामयाबी सहरसा के बलही तेघरा गाँव वार्ड नंबर 3 के निवासी ललित सिंह के अर्धनिर्मित तहखाना से मिली है .हांलांकि इस शराब के कारोबारी ललित सिंह उर्फ टाइगर,मुकेश सिंह एवं बबन सिंह मौके से फरार होने में कामयाब हो गए .बरामद शराब को अपने कब्जे में लेकर उत्पाद विभाग और पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुट चुकी है.
सबसे बड़ा सवाल यह है कि बड़ी से बड़ी शराब की खेप जाने- अनजाने में पुलिस के हाथ तो लग जाती है लेकिन आजतक इस बड़े खेप के साथ कारोबारी हाथ नहीं लगते हैं .हद तो इस बात की भी है कि कानून के रखवालों के हाथ बड़े शराब कारोबारियों के गिरेबान तक ही पहुंच पाते हैं .जिसका नतीजा है कि कोसी के इलाके में बेखौफ शराब का खेल बदस्तूर जारी है .
सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट
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