सिटी पोस्ट लाइव: कोरोना संक्रमण को लेकर बिहार के सभी स्कूल और कॉलेज लगभग 9 महीने से बंद है. लेकिन अब इसे खोलने की मांग की जा रही है. लम्बे समय से स्कूल बंद रहने के कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. वहीं इसी सिलसिले में आज फिर से स्कूल, कॉलेज और कोचिंग को लेकर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक होगी.
वहीं इससे पहले भी क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक की गयी थी लेकिन किसी तरह का फैसला नहीं लिया गया था. इसके साथ ही शिक्षकों की मांग को सिरे से ख़ारिज करने के कारण शिक्षकों ने चक्का जाम करने की तैयारी है. वहीं इस सिलसिले में बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी का कहना है कि, कोरोना का नेचर बदल रहा है. अभी दिल्ली में पहले कोरोना संक्रमण कुछ कम हुआ और फिर उसके मामले तेजी से बढ़ गये. अगर ऐसे में सरकार स्कूलों में बच्चों को आने की इजाजत दे और कुछ हुआ तो सरकार ही जिम्मेवार मानी जायेगी.
साथ ही उनका यह भी कहना था कि, सरकार बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकती. क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक करेगी, उसमें ये देखा जायेगा कि समस्याओं को कैसे शॉर्टआउट किया जा सकता है. बता दें कि फिलहाल कक्षा 8 तक के बच्चों के लिए स्कूल बंद हैं तो वहीं ऊपर की कक्षाओं के बच्चों की कक्षाएं चलाई जा रही है लेकिन कोरोना संक्रमण के भय के कारण बहुत कम बच्चे ही स्कूल पहुंच पा रहे हैं.
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