उच्च शिक्षा के क्षेत्र में देश के शीर्ष 7 राज्यों में मिला बिहार को स्थान.
एआइएसएचई की रिपोर्ट: बिहार में उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों के नामांकन में 36 प्रतिशत की वृद्धि.
सिटी पोस्ट लाइव :बिहार ने एकबार फिर से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया है.उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सुधारात्मक कदम के बेहतर नतीजे सामने आ रहे हैं. बिहार में उच्च शिक्षा के प्रति बेटे-बेटियों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है. उच्च शिक्षा में बिहार का सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) 12.1 से बढ़कर 15.9 तक पहुँच गया है.इस बार जीईआर में 3.4 वृद्धि हुई है, जो राष्ट्रीय औसत 1.7 से ज्यादा है.सकल नामांकन अनुपात में तेजी से बढ़ोतरी की वजह से बिहार को देश के शीर्ष सात राज्यों में स्थान मिला है.
केंद्र सरकार की ओर से उच्च शिक्षा पर जारी अखिल भारतीय सर्वेक्षण (एआइएसएचई) 2020-21 उच्च शिक्षा में नामांकित छात्र-छात्राओं के मामले में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान और बिहार शीर्ष सात राज्य हैं. एआइएसएचई के आंकड़ों के अनुसार बिहार में उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों की कुल संख्या 23 लाख 60 हजार 941 हो गई है, जो वर्ष 2019-20 में 17 लाख 38 हजार 432 थी. इस प्रकार उच्च शिक्षा में 6 लाख 22 हजार 509 विद्यार्थियों की वृद्धि हुई है. इनमें छात्राओं की संख्या 2 लाख 83 हजार 9 है.
शिक्षा मंत्रालय की ओर से प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों के नामांकन में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जबकि राष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थियों के नामांकन में औसतन बढ़ोतरी 8 प्रतिशत है. एआइएसएचई की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में उच्च शिक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन में 18.4 प्रतिशत वृद्धि हुई है.बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि बिहार में उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार और विकास की रिपोर्ट बेहद सराहनीय है. उच्च शिक्षा में और बेहतरी लाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. शैक्षणिक सत्र और परीक्षा व्यवस्था में सुधार लाने को प्राथमिकता दी जा रही है.
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