सिटी पोस्ट लाइव – कहने को तो बिहार में शराब बंद है लेकिन सिर्फ कागजो में हकीकत क्या है सिटी पोस्ट लाइव पर हम आपको बता रहे है। बिहार में जब जब शराबबंदी कानून को लेकर सख्ती होती है, तस्कर अपना ट्रेंड बदल देते हैं। मार्च के महीने में शराबबंदी को लेकर प्रशासन ने सख्ती बढ़ाई तो तस्करों ने भी अपना ट्रेंड बदला। इस दौरान लग्जरी गाड़ियों से होम डिलीवरी के साथ रसोई गैस में शराब की बोतलों की तस्करी होने लगी। तस्करों की सक्रियता का खुलासा शराब की बरामदगी से हुआ, 31 दिनों में बिहार पुलिस ने 298281 लीटर शराब की बरामदगी की है।
शराब तस्करों ने सख्ती के बाद तस्करी के ट्रेंड में बदलाव कर दिया है। अब वह होम डिलीवरी के नाम पर घरों में शराब पहुंचा रहे हैं। इसके लिए लग्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। बिहार में तस्करों ने ट्रेंड बदलकर पुलिस को चकमा देना शुरू किया है। पुलिस सूत्रों की माने तो एक महीने में जो भी तस्कर पकड़े गए हैं, उनका ट्रेंड अलग रहा है। पटना पुलिस ने रसाई गैस में शराब की तस्करी के नए ट्रेंड का भी खुलासा किया है। ऐसे ही पटना से लेकर कई जिलों में डिलीवरी ब्वॉय के द्वारा शराब की होम डिलीवरी का खुलासा हुआ है।बिहार में 2022 में जहरीली शराब से मौत से हाहाकार मच गया। गोपालगंज से लेकर कई जिलों में मौत का तांडव हुआ। जहरीली शराब का नेटवर्क पटना से लेकर सीवान, हाजीपुर से लेकर राज्य के अन्य जिलों में पाया गया। जहरीली शराब से मौत के बाद जब शराबबंदी कानून को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हुआ तो बिहार पुलिस ने छापेमारी का अभियान चलाया।बिहार पुलिस के आंकड़ों की बात करें तो मार्च के 31 दिनों पुलिस ने 10604 शराब तस्करों को पकड़ा है। इस दौरान पुलिस ने 298281 लीटर शराब की बरामदगी की है। इसमें 139137 लीटर देशी और 159144 लीटर विदेशी शराब की बरामदगी की है। इस दौरान पुलिस ने तस्करों के पास से 1660 वाहनों की भी बरामदगी की है, जिसमें 1254 दो पहिया वाहन हैं जिससे होम डिलीवरी का काम किया जा रहा था और 3 तीन पहिया के साथ अन्य वाहनों की संख्या 406 रही जिससे शराब की डिलीवरी की जा रही थी। इसमें 23 ट्रक भी शामिल हैं, जिससे शराब की खेप लाई जा रही थी। यह कार्रवाई बताती है कि शराबबंदी कानून की सख्ती के बाद भी तस्करों की हिम्मत पस्त नहीं हो रहे हैं। मार्च में 90 प्रतिशत शराब के पेशेवर तस्कर ही पकड़े गए हैं।
राज्य के 5 जिलों में पुलिस की कार्रवाई में हुई बरामदगी से शराब तस्करी की पोल खुल रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो जहां जितनी बरामदगी होती है वहां उतना ही अधिक तस्करी का अलग ट्रेंड होता है। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक वैशाली, पटना, दरभंगा, सीतामढ़ी और औरंगाबाद में सबसे अधिक शराब की बरामदगी हुई है। इसी तरह से गिरफ्तारी के मामले में भी पटना, मुजफ्फरपुर, सारण, गोपालगंज और मोतिहारी में पुलिस की कार्रवाई हुई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन जिलों में तस्करों का नेटवर्क काफी एक्टिव है।
देखिए शराबबंदी में शराब की बाढ़
- वैशाली 23,341 लीटर
- पटना 22,052 लीटर
- दरभंगा 17,423 लीटर
- सीतामढ़ी 16,364 लीटर
- औरंगाबाद 16,076 लीटर
- कुल शराब की बरामदगी 95,256 लीटर
गिरफ्तारी से तस्करों की सक्रियता देखिए
- पटना 1110 गिरफ्तारी
- मुजफ्फरपुर 808 गिरफ्तारी
- सारण 614 गिरफ्तारी
- गोपालगंज 529 गिरफ्तारी
- मोतिहारी 476 गिरफ्तारी
बिहार पुलिस अब कर रही अपील
राज्य में शराब तस्करों की बाढ़ और सक्रियता को लेकर अब पुलिस लोगों से मदद मांग रही है। बिहार पुलिस के मुखिया डीजीपी की तरफ से अपील की जा रही है कि यदि शराब बनाने, बिक्री किए जाने, तस्करी किए जाने या फिर शराब पीने से संबंधित कोई भी सूचना हो तो मद्यनिषेध इकाई के टॉल फ्री नम्बर 15545 या 18003456268 पर सूचना दें। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि सूचना देने वालों का नाम पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा। पुलिस ने शराब की सूचना देकर राज्य को नशा मुक्त बनाने में अपना बहुमूल्य सहयोग करने को कहा है।
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