सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों की खैर नहीं : डीसी
सिटी पोस्ट लाइव : उपायुक्त पलामू डॉ. शातनु कुमार अग्रहरि ने कहा कि दुर्गा पूजा के दौरान साइबर थाने के माध्यम से सोशल मीडिया पर जिला प्रशासन की विशेष नजर है। वाट्सएप ग्रुप के साथ ही फेसबुक, ट्वीटर तथा यूट्यूब की भी जिला प्रशासन निगरानी कर रहा है। इसके लिए साइबर थाने को निर्देश देने के साथ ही एक गाइडलाइन भी जारी की गयी है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से किसी भी सूचनाओं का संप्रेषण त्वरित गति से किया जा सकता है। कई बार लोग बिना तथ्यों की जांच किये सूचनाओं को संप्रेषित करते हैं। इससे समाज में अफवाह की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाने वाले लोगों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। उन पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। ग्रुप एडमिन और सदस्यों के लिए इन बिन्दुओं का अनुपालन सुनिश्चित किया जाना है-
1. ग्रुप एडमिन वही बनें जो उस ग्रुप के लिए पूरी जिम्मेवारी और उत्तरदायित्व का वहन करने में समर्थ हों।
2. अपने ग्रुप के सभी सदस्यों से ग्रुप एडमिन पूर्णतः परिचित हो।
3.ग्रुप के किसी सदस्य द्वारा गलत बयानी, बिना पुष्टि के समाचार जो अफवाह बन जाये, पोस्ट किए जाने पर या सामाजिक समरसता बिगाड़ने वाले पोस्ट पर ग्रुप एडमिन तत्काल उसका खंडन करें। उस सदस्य को ग्रुप से तत्काल हटाया जाये।
4. अफवाह या भ्रामक सूचना, सामाजिक समरसता के विरुद्ध सूचना पोस्ट होने पर संबंधित थाने को भी तत्काल सूचना दी जाये।
5. ग्रुप एडमिन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं होने पर उन्हें भी इसका दोषी माना जाएगा और उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।
6. दोषी पाए जाने पर आईटी एक्ट, साइबर क्राइम एक्ट तथा आईपीसी की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
7. किसी भी धर्म के नाम पर भावनाओं को आहत करने वाले पोस्ट किसी भी ग्रुप में डाले जाने पर समाज में तनाव उत्पन्न होने की आशंका रहती है। ऐसे पोस्ट करने या किसी अन्य ग्रुप को फॉरवर्ड करने पर आईटी, साइबर क्राइम एक्ट और आईपीसी की सुसंगत धाराओं के आधार पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ग्रुप एडमिन की भी जिम्मेवारी तदनुरूप निर्धारित की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/शंकर
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