बासुकीनाथ मंदिर में अब श्रद्धालु बाल्टी में जल लेकर नहीं जा पाएंगे
सिटी पोस्ट लाइव, दुमका : फौजदारी बाबा बासुकीनाथ मंदिर में अब श्रद्धालु बाल्टी में जल और परात में पूजन सामग्री लेकर गर्भगृह में नहीं जा पाएंगे। मंदिर न्यास समिति ने इस पर अस्थाई रूप से रोक लगा दी है। दिवाली से पहले पंडा धर्म रक्षिणी सभा की बैठक होगी, जिसमें इस पर स्थाई रोक लगाने पर विचार किया जाएगा। दरअसल सोमवार को यहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी। पूजा के दौरान एक श्रद्धालु के हाथ से जल से भरी बाल्टी शिवलिंग पर जा गिरी। हालांकि शिवलिंग क्षतिग्रस्त होने से बच गया। शिवलिंग पर बाल्टी गिरने से पंडा समाज और सुरक्षाकर्मी तत्काल हरकत में आए। मंदिर न्यास समिति के सचिव सह अनुमंडल अधिकारी और मंदिर प्रभारी विकास त्रिवेदी को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, उन्होंने तत्काल आपात बैठक बुलाई। इसमें फैसला लिया गया कि बाल्टी में जल और कांसे की थाली में पूजा सामग्री लेकर अब कोई गर्भगृह में नहीं जाएगा। पंडा धर्म रक्षिणी सभा इस पर विचार करे।
वर्षों से बाल्टी में जल लेकर जाने की है परंपरा : यहां श्रद्धालु और पंडा पीतल, कांसा और तांबे की बड़ी-बड़ी बाल्टी में जल और दूध लेकर गर्भगृह में जाते हैं। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। यही नहीं, श्रद्धालुओं को बृहद पूजा कराने के लिए पंडा पीतल की बड़ी-बड़ी थाली में पूजन सामग्री सजाकर गर्भगृह में प्रवेश करते हैं। मंदिर में काफी भीड़ होती है। ऐसे में श्रद्धालुओं को तो दिक्कत होती ही है, हमेशा इसके किसी पर गिरने की आशंका बनी रहती है।
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