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गिर-गाय के दूध को उपलब्ध कराने का प्रयास, विटामिन ए-टू वाला दूध 120 रुपये लीटर

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गिर-गाय के दूध को उपलब्ध कराने का प्रयास, विटामिन ए-टू वाला दूध 120 रुपये लीटर 

सिटी पोस्ट लाइव : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों के बेहत्तर स्वास्थ्य और विकास के लिए गिर गाय के ए-टू विटामिन की बहुलता वाले दूध उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया है। प्रधानमंत्री के आह्वान से प्रेरणा लेकर रांची के लालगुटुवा निवासी कुशहवज नाथ शाहदेव ने भी राजधानी वासियों को गिर-गाय के दूध को उपलब्ध कराने का प्रयास प्रारंभ किया है। रांची के लालगुटुवा के रहने वाले कुशहवज नाथ शाहदेव ने बताया कि उन्नत विदेशी और हाइब्रिड नस्ल की गाय दूध जरूर अधिक मात्रा में देती है, लेकिन पौष्टिकता के दृष्टिकोण से देशी नस्ल की गिर गाय का दूध सर्वात्तम है। बाजार में यह दूध प्रति लीटर एक सौ बीस रुपये लीटर बिकती है। कुशहवज नाथ शाहदेव ने बताया कि गिर गाय के मूत्र में स्वर्ण अंश भी मौजूद होगा है और विशेषज्ञों ने अध्ययन के बाद इसकी पुष्टि की है। जल्द ही उनके डेयरी में पांच हजार से अधिक गाय उपलब्ध होंगे और स्वर्ण अंश निकालने के लिए एक संयंत्र की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि डेयरी फार्म में अभी उपलब्ध गिर गाय से मांग की पूर्ति नहीं हो पा रही है। इसलिए उन्होंने डेयरी फार्म का विस्तार कर पांच हजार गो-पालन की योजना बनायी है। उन्होंने स्वीकार किया कि देशी नस्ल की गिर गाय की कीमत थोड़ी अधिक है, जितने में एक गिर नस्ल की गाय खरीदी जाती है, उतनी ही राशि में हाईब्रिड नस्ल की दस गायें खरीदी जा सकती है। देशी गिर गाय की ख्याति अब राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैलने लगी है। दूर-दूर से गो-पालक और किसान डेयरी खोलने के लिए जानकारी प्राप्त करने के लिए गुटुवा के आर. डेयरी फॉर्म में पहुंचने लगे है।  आर-स्टार डेयरी फार्म में वर्षां से गायों की सेवा कर रहे कर्मचारियों का कहना है गिर गाय की कई ऐसी विशेषता है, जो अन्य हाईब्रिड और विदेशी नस्ल की गायों में नहीं होती है, इसी कारण इस गाय का दूध महंगा बिकता है। इन कर्मचारियों ने बताया कि गिर गाय के दूध की महत्ता अब बुद्धिजीवी वर्ग के लोग अच्छी तरह से समझने लगे है, इसलिए सुबह-सुबह ही डेयरी में शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी और बड़े अधिकारी तथा बुद्धिजीवी वर्ग के लोग पहुंचते है और विटामिन ए-टू बहुलता वाले दूध को खरीदने के लिए लंबी लाईन लग जाती है। इसलिए अभी सीमित ग्राहकों को ही यह दूध उपलब्ध कराया जा रहा है। बताया गया है कि राजधानी रांची और झारखंड में देश गिर गाय की काफी कम उपलब्धता के कारण मांग के अनुरूप पूर्ति नहीं हो पा रही है, लेकिन आर स्टार डेयरी फार्म की पहल के बाद अब लोगों में इसके प्रति जागरूकता बढ़ रही है और यह उम्मीद जा रही है कि राज्य में सामान्य लोगों को भी विटामिन ए-टू बहुलता वाला दूध मिल पाएगा।

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