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बंगले से जबरन निकाले जाएंगे तेजस्वी

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आकाश.

सिटीपोस्टलाईव :अभी राबड़ी देबी के घर से सुरक्षाकर्मियों को हटाये जाने को लेकर विवाद पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ था इस बीच भवन निर्माण विभाग ने बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से बलपूर्वक सरकारी बंगला खाली करवाने का आदेश जिला प्रशासन को दे दिया है.. भवन निर्माण विभाग ने इस मामले में जिला प्रशासन को पत्र लिखकर कहा है  कि तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले को बलपूर्वक खाली कराया जाए.

गौरतलब है कि यह बंगला खाली कर देने का आदेश तेजस्वी को पहले भी भी दिया जा चूका है लेकिन वो खाली करने को तैयार नहीं हैं.यह मामला हाई कोर्ट भी पहुँच चूका है . पटना हाईकोर्ट का फैसला सर्कार के पक्ष में आने के बाद  15 मार्च को भी भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने  तेजस्वी यादव समेत तमाम पूर्व मंत्रियों को एक सप्ताह के अन्दर  सरकारी आवासों को खाली कर देने का आदेश दिया था और साथ ही बलपूर्वक खाली कराने की चेतावनी भी दे दी थी .

तेजस्वी यादव आवास खाली करने की आदेश से इतने नाराज हो गए थे कि उन्होंने  बिहार सरकार द्वारा आवंटित नए सरकारी बंगले में रहने से भी इनकार कर दिया था. राजद सुप्रीमों लालू यादव ने इसे असंवैधानिक कारवाई करार देते हुए कहा था कि  उप मुख्यमंत्री कोई संवैधानिक पद नहीं है, जबकि नेता प्रतिपक्ष संवैधानिक पद है. इन सबके बावजूद सरकार अपना सिक्का चला रही है, लेकिन तेजस्वी को बंगले का कोई मोह नहीं है. वह अपना बंगला खाली कर देगा. गौरतलब है कि  विधानसभा चुनाव के बाद उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद तेजस्वी यादव को पद के हिसाब से तीन देशरत्न मार्ग वाला आलीशान बंगला आवंटित किया गया था. महागठबंधन टूटने और बीजेपी के साथ जदयू के सरकार बनने के बाद तेजस्वी यादव को एक पोलो रोड का बंगला आवंटित कर दिया गया और तीन देशरत्न वाले बंगले को खाली करने का आदेश दिया गया था.

अब जबरन बंगला खाली कराने के आदेश को आरजेडी ने बदले की कारवाई करार देते हुए कहा है कि सबको पता है कि घर में अभी शादी व्याह का माहौल है.पूरा परिवार तैयारी में व्यस्त है ,ऐसे में बंगला जबरन खाली कराने का आदेश तानाशाहीपूर्ण रवैया है. आरजेडी नेता शक्ति यादव ने कहा कि  तेजस्वी यादव  भवन निर्माण विभाग के मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर यह अपील कर चुके हैं कि  जिस तरीके से सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री और फिर पूर्व उपमुख्यमंत्री रहते हुए एक पोलो रोड के बंगले पर जमे रहे, उसी प्रकार उन्हें भी उपमुख्यमंत्री के तौर पर आवंटित तीन देशरत्न मार्ग के बंगले को पूर्व उपमुख्यमंत्री के तौर पर आगे भी यूं ही रहने दिया जाये.

 

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