सिटी पोस्ट लाइव : बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग के फैसले पर एतराज जताया है। संघ के अध्यक्ष केदार पांडेय ने शिक्षा विभाग को एक पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि-‘ इस पत्र के द्वारा हड़ताल अवधि के बीच हुए कार्यदिवसों की क्षति 22 दिनों की स्वीकारी गयी है। जिनको भवदीय पत्र में हड़ताल अवधि में कई अवकाशों की भी गिनती करते हुए कुल 29 दिनों का सामंजन किया गया है, जो नियमों और परंपराओं के विपरीत है।
वैसे तो इस सत्र में लाॅकडाउन के कारण बच्चों की पढ़ाई की भारी क्षति हुई है और विद्यालय खुलने के बाद नामांकन तथा पाठ्यक्रमों को पूरा करने का एक बड़ा टास्क है, जिसे हम सबों को छात्रहित में पूरा करना है। अतः अनुरोध है कि इस 29 दिन के हड़ताल अवधि की गणना को विलोपित कर केवल 22 दिन के कार्यदिवस का हीं सामंजन हेतु संशोधित अवकाश तालिका का प्रकाशन करते हुए हड़ताल अवधि का भुगतान करने का निर्देश दिया जाय। साथ हीं लाॅकडाउन में ग्रीष्मावकाश की अवधि 18 मई से 31 मई के बीच कार्य करने वाले शिक्षकों का सामंजन या उक्त अवधि का क्षतिपूर्ति अवकाश देने हेतु निदेश दिया जाय।
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