City Post Live
NEWS 24x7

तेजप्रताप यादव का एक फैसला, तीन महीने का वक्त जिसने पत्नी, घर और परिवार से कर दिया दूर

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

तेजप्रताप यादव का एक फैसला, तीन महीने का वक्त जिसने पत्नी, घर और परिवार से कर दिया दूर

सिटी पोस्ट लाइव : RJD  सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की बहु-प्रतीक्षित तलाक की अर्जी पर आज गुरुवार को पटना के फैमिली कोर्ट में सुनवाई हुई. इस सुनवाई के दौरान तेजप्रताप यादव भी कोर्ट में हाजिर हुए. लेकिन आज कोई फैसला नहीं आ पाया. अब तेजप्रताप यादव को अगली सुनवाई तक इंतज़ार करना पड़ेगा. दरअसल, शादी के महज 6 महीने बाद ही तेजप्रताप यादव ने अपनी पत्नी से तलाक लेने का फैसला ले लिया था.लालू के बड़े बेटे के इस फैसले ने न केवल दो परिवार बल्कि बिहार की सियासत को भी हैरान कर दिया था. मामले को सुलझाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन कोशिश पूरी तरह से नाकाम रही नतीजन तेजप्रताप पहले अपनी पत्नी फिर परिवार और अब घर से दूर हो गए. वो इस फैसले के बाद काफी दिनों तक इधर उधर भटकते रहे. उन्हें कभी मथुरा तो कभी वृंदावन और कभी बनारस की गलियों में घूमते देखा गया, ऐसा लगा कि वो संन्यास की तरफ जा रहे हैं लेकिन कुछ दिन बाद वो वापस पटना लौटे.

मई 2018 में हुई शादी के महज 6 महीने बाद ही तेजप्रताप ने तलाक का अटल फैसला लिया. इस फैसले ने दोनों परिवारों को झकझोर कर रख दिया क्योंकि तब लालू परिवार के मुखिया यानि खुद लालू प्रसाद भी रांची जेल में थे. उन्होंने मामले को सुलझाने की कोशिश की, बेटे को कई दफे रांची बुलाया लेकिन बात नहीं बनी और तेजप्रताप इस फैसले पर कायम रहे. कोर्ट ने जब तेजप्रताप की अर्जी को मंजूर किया तो उन्होंने फिर से कहा कि मेरा जो फैसला है उस पर मैं कायम हूं.

तेजप्रताप के इस फैसले के बाद लालू परिवार में भी विवाद की खबरें आईं. खुद तेजप्रताप ने अपने परिवार पर भी आरोप लगाए और कहा कि उन्हें जानबूझ कर इस मामले में फंसाया गया. उनका ऐश्वर्या से कोई मेल नहीं था और वो कभी इस शादी के लिए तैयार नहीं थे. घर की बात जब बाहर आई तो विवाद और भी बढ़ गया, नतीजन तेजप्रताप ने अपनी मां राबड़ी देवी का पटना स्थित बंगला भी छोड़ दिया.रांची, बनारस और गुजरात घूमने के बाद कभी तेजप्रताप गया रहे तो कभी पटना में ही अपने दोस्तों के घर या फिर होटल लेकिन इस दौरान वो कभी अपने घर नहीं गए. उन्हें मनाने की हर कोशिश नाकाम रही. इस बीच तेजप्रताप की पार्टी पर भी पकड़ ढीली होने लगी और वो कार्यक्रमों से गायब रहने लगे.

कोर्ट में जब इस हाई प्रोफाइल मामले की सुनवाई शुरू हुई तो तेजप्रताप दोबारा पटना लौटे. लेकिन अपने घर में जाने की बजाय उन्होंने सरकार से दूसरा सरकारी बंगला मांगा. नीतीश कुमार ने तेजप्रताप दूसरा सरकारी बंगला दे दिया. घर-परिवार से दूर हुए तेजप्रताप को भी इस बात का ऐहसास होने लगा कि उनकी पार्टी पर पकड़ ढीली होने लगी है तो उन्होंने पार्टी के कार्यक्रमों में जाने के अलावा जनता दरबार लगाने का फैसला लिया.

पिछले तीन महीने से जारी इस घटनाक्रम को देखने से ये साफ लगता है कि किस तरह से तेजप्रताप पहले अपनी पत्नी फिर परिवार और अब घर से दूर हो गए. हाल के दिनों में पार्टी के कर्पूरी जयंती कार्यक्रम में उन्हें लंबे अरसे बाद छोटे भाई तेजस्वी के साथ देखा गया. लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि पार्टी समेत तलाक और परिवार से जुड़े मसले को लेकर अभी भी दोनों भाईयों में सब कुछ ठीक नहीं है.लेकिन आज भी ऐश्वर्या राबडी देबी के साथ ही रह रही हैं. ऐश्वर्या के साथ पूरा लालू परिवार मजबूती के साथ खड़ा है. तेजप्रताप यादव अलग थलग पड़े हुए हैं.सूत्रों के अनुसार लालू यादव के फैमिली ज्योतिष के अनुसार अगले 8 महीने तक तेजप्रताप का ऐश्वर्या के साथ मेल-मिलाप नहीं होगा.

-sponsored-

- Sponsored -

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.