मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और साधू सुभाष यादव को तो शादी में आने का न्यौता मिल गया है लेकिन बीजेपी नेता सूबे के उप-मुख्यमंत्री सुशिल कुमार को अभीतक शादी का निमंत्रण नहीं दिया गया है.सूत्रों के अनुसार लालू परिवार उन्हें न्यौता नहीं देगा .जब इस बारे में  लालू यादव के होनेवाले समधी चन्द्रिका यादव से पूछ गया तो कहा किया कि  अभी तक उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को शादी का निमंत्रण पत्र नहीं दिया है, जाकर दे देंगे. इस शादी में केवल जीतन राम मांझी को खुद तेजप्रताप ने जाकर शादी का कार्ड दिया है .मांझी को कार्ड देने के बाद उन्होंने ट्विट किया था -“जीवन के नए अध्याय के प्रारंभ से पूर्व सभी बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद अपेक्षित है”.जाहिर है अभी भी लालू यादव का परिवार सुशिल मोदी से कम नफ़रत नीतीश कुमार से करता है. शादी के कार्ड देने के बहाने ही सही मिसा ने यह सन्देश देने की कोशिश की है कि कभी भी सुशिल मोदी के साथ लालू परिवार की दोस्ती नहीं हो सकती लेकिन भविष्य में नीतीश कुमार के साथ कुछ भी हो सकता है.

दूसरी तरफ जेडीयू प्रक्त्ता नीरज  कुमार ने शादी में शामिल होने के लिए एक शर्त तेजप्रताप के सामने रख दी है.उन्होंने कहा कि तेजप्रताप जब बिना दहेज़ शादी करने का एलान करेगें तभी वो शादी में जायेगें.इतना ही नहीं उन्होंने ये शर्त भी रख दी कि  शादी बिना किसी शोर-शराब नहीं होना चाहिए .जेडीयू नेता की इस मांग को लेकर फिर से एकबार फिर से  विवाद पैदा हो सकता है. इस मसले पर आरजेडी प्रवक्ता रामानुज प्रसाद ने कहा है कि   पहले जेडीयू को ये घोषणा करनी चाहिए कि नीतीश कुमार की पार्टी दहेज और शराब से पूर्ण रूप से मुक्त है.