शिवानंद ने कहा कि 23 अगस्त 2017 को भागलपुर के सबौर थाने में सृजन घोटाले को लेकर पहली प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, लेकिन मुख्य आरोपी अमित और उसकी पत्नी प्रिया अभी तक फरार है.
सिटी पोस्ट लाईव ; आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने सृजन घोटाले के मुद्दे पर राज्य सरकार एवं सीबीआई की नीयत पर सवाल उठाया है.उन्होंने आरोप लगाया है कि आरोपियों को बचाने के लिए इसपर पर्दा डाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि पांच साल पहले इस घोटाले का उद्भेदन हुआ था, किंतु अभी तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई है.शिवानंद ने कहा कि 23 अगस्त 2017 को भागलपुर के सबौर थाने में सृजन घोटाले को लेकर पहली प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, लेकिन मुख्य आरोपी अमित और उसकी पत्नी प्रिया अभी तक फरार है.शिवानंद ने कहा कि 2013 में भागलपुर की स्वयंसेवी संस्था महिला विकास सहयोग समिति द्वारा सरकारी राशि को सृजन के खाते में जमा कराए जाने का मामला प्रकाश में आया था. इसी दौरान भागलपुर में पदस्थापित राज्य सरकार की अधिकारी जयश्री ठाकुर के ठिकानों पर राज्य सतर्कता अन्वेषण ब्यूरो ने छापेमारी कर करोड़ों रुपये बरामद किए थे. इसमें भी सृजन से जुड़े कई दस्तावेज हाथ लगे थे.
शिवानन्द तिवारी ने कहा कि इसके बाद भागलपुर के तत्कालीन डीएम ने वर्ष 2013 में मामले की जांच के लिए समिति बनाई थी, जिसकी रिपोर्ट का अभी तक पता नहीं चल सका है.वहीँ दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश को शिवानंद ने शिगूफा करार दिया.उन्होंने इसे चुनाव के पहले सहानुभूति बटोरने की कोशिश करार दिया है.उपचुनाव में शिकस्त के बाद प्रधानमंत्री की कुर्सी खतरे में देखकर माहौल बनाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.
Comments are closed.