City Post Live
NEWS 24x7

शिवानन्द तिवारी का हमला, कहा-महज छलावा है नीतीश कुमार का कुशवाहा प्रेम

- Sponsored -

- Sponsored -

-sponsored-

शिवानन्द तिवारी का हमला, कहा-महज छलावा है नीतीश कुमार का कुशवाहा प्रेम

सिटी पोस्ट लाइव : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कुशवाहा समाज के नेताओं की बैठक पर आरजेडी ने तीखा हमला किया है. सोमवार को आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि चुनाव सबकी याद दिला देता है. उन्होंने कहा कि चुनावी घंटी बजते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मन में अचानक कुशवाहा प्रेम पैदा हो गया है.चुनावी घंटी बजते ही नीतीश कुमार को कुशवाहा समाज याद आ रहा है. खोज-खोज कर राज्य भर के कुशवाहा समाज के लोगों को मुख्यमंत्री से मिलने और अपना जीवन धन्य करने का न्योता दिया गया.

शिवानन्द तिवारी ने कहा कि मीडिया में आ रही ख़बरों के मुताबिक़ देश के सबसे व्यस्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुशवाहा समाज को पांच घंटा समय दिया. याद दिलाया गया कि हमलोग तो सहोदर हैं. लव-कुश की जोड़ी तो ऊपर से ही बन कर आई है. कुछ लोग इस जोड़ी को तोड़ने की जुगाड़ भिड़ा रहे हैं. शिवानन्द तिवारी ने कहा कि उनकी यह योजना सफल नहीं होनेवाली. तिवारी ने कहा कि चुनाव सामने है तो सरकार और संगठन से आयोग में कुशवाहा नेताओं को जगह देने की बात हो रही है.

शिवानंद तिवारी ने कहा कि पता नहीं उस बैठक में किसी ने यह सवाल क्यों नहीं उठाया कि भाई सबकुछ तो ठीक है, लेकिन यह बताइए कुश समाज को अब तक मिला क्या है? कुश समाज की महिला मंत्री मंजू वर्मा को तो आपने मंत्रीमंडल से बाहर कर दिया. लेकिन, उसी आरोप में दबंग बिरादरी के दूसरे मंत्री को बाहर करने की हिम्मत तो आप नहीं दिखा पाए?  उन्होंने कहा कि जहां तक समाज को राजनीतिक हिस्सेदारी देने की बात है तो विधानसभा में नेता-उप नेता या सचेतक के पद पर आजतक कोई कुशवाहा नेता को जगह क्यों नहीं मिली.

शिवानन्द तिवारी ने कहा कि आज लव-कुश भाई का नारा देनेवाले नीतीश कुमार की पार्टी में तो एक ही भाई दबदबा है. पार्टी में भी नीतीश जी ने अपने बाद सबसे ताक़तवर जगह पर लव को ही बैठा दिया है. नीतीश कुमार के दरबार में या उनके अग़ल-बग़ल आजतक कुश समाज का कोई विधायक या सांसद क्यों नहीं बैठा. कुश समाज के किसी विधायक या नेता की तस्वीर नीतीश जी के बग़ल मे क्यों नहीं दिखती है? शिवानन्द तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार के पास कुशवाहा समाज को देने के लिए झुनझुना के अलावा और कुछ नहीं बचा है.

-sponsored-

- Sponsored -

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.