City Post Live
NEWS 24x7

राजेश कुमार रौशन उर्फ बबलू देव समर्थकों के साथ राजद में शामिल, कहा-हुई घर वापसी

राजनीति की शुरुआत बबलू ने समता पार्टी से की थी

- Sponsored -

-sponsored-

- Sponsored -

राजेश कुमार रौशन उर्फ बबलू देव समर्थकों के साथ राजद में शामिल, कहा-हुई घर वापसी

सिटी पोस्ट लाइव : पूर्वी चंपारण में के पूर्व विधायक एवं जदयू नेता राजेश कुमार रौशन उर्फ बबलू देव आज अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए हैं. राजद के प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे ने बबलू देव को सदस्यता की शपथ दिलाई. कभी राजद का दामन छोड़ जदयू में शामिल हुए बबलू ने एक बार फिर राजद का हाथ थामा है. राजनीति की शुरुआत बबलू ने समता पार्टी से की थी. जिसके बाद वे सभी राजनीतिक पार्टियों में शामिल होकर अपनी अलग जगह बनाने की कोशिश की.लेकिन अंततः उन्हें राजद ही भाया. जनता दल से अलग होने के बाद नीतीश कुमार की समता पार्टी से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करनेवाले बबलू देव पहली बार सन 2000 में पार्टी के टिकट पर चुनाव लाडे, लेकिन उनकी हार हो गई थी. उसके बाद बबलू देव 2005 के विधानसभा चुनाव में राजद के टिकट पर चुनाव लड़ें और जीत हासिल की. चंपारण के दबंग और बहुबाली नेता माने जाने वाले राजेश कुमार रौशन उर्फ बबलू देव को 2015 के विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिली. जिससे वे बेहद खफा भी हुए. बता दें राजेश कुमार रौशन उर्फ बबलू देव पर एक जमाने में हत्या, लूट, रंगदारी जैसी अनेक आपराधिक वारदातों में केस दर्ज था. जो राजनीतिक जीवन में प्रवेश के बाद धुलते चले गए.

बता दें बबलू देव के राजद में शामिल होने पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय टाइगर ने राजद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राजद तो पहले से ही अपराधियों की पार्टी है. उनके ज्यादातर विधायक और नेताओं में कई केस दर्ज हैं. ऐसे में एक और अपराधिक छवि के नेता का राजद में शामिल होना कोई नयी बात नहीं है. नयी बात तब होगी जब कोई अच्छा-सच्चा और इमानदार नेता राजद में शामिल होगा.

वहीं बबलू देव ने कहा कि पहले जब मै जदयू में था तो उस वक़्त मैं अपराधी नहीं था, लेकिन जब मै राजद में शामिल हुआ तो दागी नेता बन गया. उन्होंने कहा कि मैं भी इन्सान हूँ और इंसानों से गलतियां हो जाती है. मैं भी भटक गया था. लेकिन अब मैं फिर घर वापस आया हूँ. ऐसे में किसी को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.

कुन्दन कर्ण के साथ संजय आर्या की रिपोर्ट 

-sponsored-

- Sponsored -

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

- Sponsored -

Comments are closed.