City Post Live
NEWS 24x7

रघुवंश ने तेजस्वी को ला दिया बैकफुट पर, टल गई RJD में रामा सिंह की इंट्री

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव : LJP के पूर्व सांसद रामा सिंह तेजस्वी यादव से हरी झंडी मिलने के बाद RJD में शामिल होने की तैयारी में जुटे हैं. आज बुधवार को सुबह क्षेत्र में निकलने से पहले सिटी पोस्ट लाइव के साथ ख़ास बातचीत में रामा सिंह ने कहा कि 29 जून को RJD दफ्तर में अपने हजारों समर्थकों के साथ RJD में शामिल होगें. रामा सिंह ने रघुवंश प्रसाद सिंह की नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्हें किसी की परवाह नहीं. तेजस्वी यादव ने मुझे पार्टी में शामिल कराने का फैसला लिया है.मैं 29 जून को शामिल होऊंगा. लेकिन इस बीच रघुवंश बाबू ने लालू यादव को अपना फैसला सुना दिया.मैं अब नहीं रहूँगा इस पार्टी में. फिर क्या था पार्टी में खलबली मच गई.

रघुवंश प्रसाद सिंह की पार्टी छोड़ने की धमकी के बाद लालू यादव एक्शन में आ गए और तेजस्वी यादव को बैकफूट पर जाना पडा.  पूर्व सांसद रामा सिंह की एंट्री को लेकर नाराज हुए रघुवंश प्रसाद सिंह ने तेजस्वी यादव को बैकफुट पर धकेल दिया है. रामा सिंह की आरजेडी में एंट्री फिलहाल टल गई है. रामा सिंह 29 जून को आरजेडी में शामिल होने वाले थे. लेकिन उसके पहले ही रघुवंश प्रसाद सिंह ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा देते हुए अपनी नाराजगी जगजाहिर कर दी.

जब सिटी पोस्ट लाइव की टीम ने रामा सिंह को लेकर रघुवंश प्रसाद सिंह की नाराजगी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा –कौन है रामा सिंह? मैं नहीं जनताकिसी रामा सिंह को. अभीतक रामा सिंह को पार्टी में शामिल करने का कोई फैसला नहीं हुआ.जाहिर है पूरी पार्टी बैकफूट पर आ गई है. जगदानंद सिंह जिनके खिलाफ रघुवंश सिंह कभी मोर्चा खोल चुके हैं, अब रघुवंश सिंह को मना लेने का दावा कर रहे हैं. जगदानंद सिंह ने कहा कि अभी वो अस्पताल में हैं.आइसोलेशन वार्ड में हैं. जैसे ही बाहर आयेगें उनसे बातचीत होगी. गौरतलब है कि रघुवंश के इस फैसले के बाद रांची रिम्स में इलाज करा रहे हैं. लालू यादव भी रघुवंश के फैसले से परेशान हो गए थे. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर इस बात के लिए दबाव बढ़ने लगा था कि वह रघुवंश की नाराजगी को खत्म करें और रामा सिंह की एंट्री पर तत्काल रोक लगाएं.

अब आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने साफ़ कर दिया है कि रामा सिंह की एंट्री पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. पार्टी नहीं चाहती कि रघुवंश प्रसाद सिंह की नाराजगी और बढ़े  खास तौर पर ऐसे वक्त में जब पांच विधान पार्षदों ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है. रामा सिंह अगर कोई कड़ा फैसला उठाते हैं तो लालू और तेजस्वी के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी.

-sponsored-

- Sponsored -

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.