सिटी पोस्ट लाइव : ‘बात बिहार की’ कार्यक्रम से अगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अहम् भूमिका निभाने का संकेत देनेवाले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार के अपने कार्यालय को बंद कर दिया है.पटना के एग्जीबिशन रोड में जहां लंबे समय से कार्यालय चल रहा था, उसे बंद कर दिया गया है.पीके की टीम के कई सदस्य काफी समय से यहीं से काम कर रहे थे. लेकिन अब टीम के सदस्यों को दूसरे राज्यों में शिफ्ट कर दिया गया है. बताया जाता है कि प्रशांत किशोर ने सभी स्टाफ को बंगाल और तमिलनाडु शिफ्ट कर दिया.
बिहार बीजेपी के प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने प्रशांत किशोर पर बड़ा हमला बोला है.उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि भाई! ये पीके सिर्फ पैसा लेके काम करता है. जितना पैसा लेता है उतना ही काम करता है.इनकी कोई सामाजिक और वैचारिक निष्ठा नहीं है, सिर्फ राजनीतिक दलाली करना ही मूल काम है. जब पीके को पैसा मिल रहा है पश्चिम बंगाल और दिल्ली में दीदी-भैया के मेकओवर का तो बिहार में क्यों दुकान सजायेगा?
प्रशांत किशोर ने 40 से 50 लोगों की टीम ‘बात बिहार की’ कार्यक्रम के लिए बना रखा था.आागामी विधानसभा चुनाव को लेकर शुरू के कुछ महीनों में टीम ने काम भी किया था. लेकिन लॉकडाउन के बाद से ही प्रशांत किशोर ने अपनी टीम को समेटना शुरू कर दिया था. पहले अधिकांश सदस्यों को बंगाल और तमिलनाडु शिफ्ट कर दिया. इसके बाद पटना कार्यालय पूरी तरह बंद हो गया है.गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि तीन महीने में 10 लाख युवाओं को जोड़ेंगे और गांव तक राजनीति में अपनी भूमिका निभाएंगे.लेकिन पटना में प्रेस कांफ्रेंस करने के बाद प्रशांत पटना से गए फिर वापस नहीं आये.
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