exclusive: लोजपा के रामचंद्र पासवान की सीट चाहते हैं जेडीयू के महेश्वर हजारी, आज दिया है बड़ा बयान
सिटी पोस्ट लाइवः एनडीए के अंदर सीट शेयरिंग पर औपचारिक सहमति भले हीं बन गयी हो लेकिन गणित पूरी तरह नहीं सुलझा है। विवाद थमा है पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। सीटों को लेकर पेंच किस हद तक फंसा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक हीं सीट पर एनडीए के दो दावेदार सामने आ रहे हैं और लोजपा की सीटिंग सीट पर जेडीयू नेता ने दावेदारी ठोंक दी है। मसला समस्तीपुर सीट का है। दरअसल 2014 के लोकसभा चुनाव में जब नीतीश कुमार ने अकेले चुनाव लड़ा था तो समस्तीपुर सीट से एनडीए उम्मीदवार के रूप में रामविलास पासवान के भाई रामचंद्र पासवान और जेडीयू के महेश्वर हजारी आमने सामने थे। रामचंद्र पासवान ने जेडीयू उम्मीदवार महेश्वर हजारी को 5000 वोटों के मामूली अंतर से हरा दिया था।
अब महेश्वर हजारी ने दावा किया है कि जब कथित मोदी लहर में इतने मामूली वोटों से हारे तो अब तो माहौल अनूकूल है मौका मिला तो डेढ़ लाख से भी ज्यादा मतों से यह सीट जीत लेंगे। महेश्वर हजारी अभी जेडीयू कोटे से बिहार सरकार में भवन निमार्ण मंत्री हैं। सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्युष से बातचीत करते हुए भवन निमार्ण मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि जनता बदलाव चाहती है। जेडीयू का शीर्ष नेतृत्व सर्वे करा रही है और अगर मुझे मौका दिया गया तो डेढ़ लाख से भी ज्यादा मतों से यह सीट पार्टी की झोली में डालूंगा। उन्होंने कहा कि मेरी तीन पीढ़ियां राजनीति में रही हैं।
हमेशा दलगत भावना और जात-पात से उपर उठकर लोगों की सेवा करता रहा हूं, जनता की सेवा कभी बेकार नहीं जाती। हमेशा मुझे लोगों ने दलगत भावना से उपर उठकर वोट दिया है। एनडीए का एकसूत्री कार्यक्रम है जीतने वाले उम्मीदवार को हीं टिकट मिलेगा। सहयोगी दलों से सीटों की अदला-बदली की गुजारिश की जा रही है। महेश्वर हजारी के इस बयान के बाद एनडीए के अंदरखाने हलचल तेज हो सकती है क्योंकि जिस सीट पर जेडीयू के महेश्वर हजारी दावा ठोंक रहे है वो लोजपा की सीट है, रामचंद्र पासवान समस्तीपुर सीट से सांसद हैं ऐसे में यह उम्मीद कम हीं है कि लोजपा इस सीट को महेश्वर हजारी के लिए छोड़ेगी और अगर नहीं छोड़ेगी तो क्या महेश्वर हजारी आसानी से मान जाएंगे यह भी बड़ा सवाल है।
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