लालू फैमिली पर 600 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप.
तेजस्वी का 4 लाख का बंगला 150 करोड़ का, तेजस्वी ने कहा पुराने लेन-देन का ही हिसाब दे देना चाहिए.
सिटी पोस्ट लाइव : लालू परिवार की मुश्किलें बढती जा रही हैं.रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले की जांच कर रही ईडी के अनुसार अब तक की जांच में लालू परिवार के 600 करोड़ रु. की अवैध कमाई का पता चला है. 350 करोड़ रुपए अचल संपत्ति के रूप में है. 250 करोड़ का ट्रांजेक्शन कई बेनामीदारों के जरिए किया गया है.ईडी के अनुसार छापे में 1 करोड़ नकद, 1900 डॉलर, 540 ग्राम सोने के सिक्के और 1.5 किग्रा से अधिक सोने के जेवर (कीमत 1.25 करोड़) बरामद किए गए. संपत्ति से जुड़े दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
कई प्रोपर्टी लालू परिवार के नाम और कई बेनामी हैं.ईडी ने यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत की है. ईडी के अनुसार छापे के दौरान कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया गया और परिसर में मौजूद महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के साथ शिष्टाचार का पालन किया गया. सीबीआई ने पूछताछ के लिए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को शनिवार को तलब किया. तेजस्वी गर्भवती पत्नी की तबीयत का हवाला दे पेश नहीं हुए. तेजस्वी का आरोप है कि शुक्रवार को परिजनों से करीब 12 घंटे तक पूछताछ की थी. इसके बाद राजश्री ब्लड प्रेशर की समस्या के चलते बेहोश हो गई थीं.
ईडी के अनुसार 350 करोड़ की अचल संपत्ति व 250 करोड़ का ट्रांजेक्शन बेनामीदारों के जरिए हुआ है.विदेशी मुद्राएं भी मिलीं हैं.लालू प्रसाद के परिजनों ने पटना व अन्य स्थानों पर अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित की. इन जमीनों का वर्तमान मूल्य 200 करोड़ से अधिक है. कई बेनामीदारों, लाभार्थियों व जमीन मालिकों की पहचान की गई है. दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित डी-1088 नंबर का चार मंजिला बंगला मेसर्स एबी एक्सपोर्ट्स प्रा. लि. के नाम पर है, जिसपर तेजस्वी व उनके परिवार का नियंत्रण है. यह संपत्ति 4 लाख रुपए में ली गई थी अभी कीमत 150 करोड़ है.
लालू के परिजनों ने ग्रुप डी के अभ्यर्थियों से चार प्लॉट सिर्फ 7.5 लाख रुपए में लिए जिसे पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पूर्व विधायक सैय्यद अबू दोजाना को 3.5 करोड़ में बेचा। अधिकांश कैश का तेजस्वी यादव के खाते में ट्रांसफर हुआ. विभिन्न रेलवे जोन में 50 प्रतिशत से अधिक नियुक्तियां लालू व उनके परिजनों के निर्वाचन क्षेत्र से की गईं. ईडी अब इस पड़ताल में जुटी है कि लालू के परिजनों और उनसे जुड़े लोगों के नाम पर कहां-कहां निवेश किया गया है.लालू के परिजनों ने ग्रुप डी के अभ्यर्थियों से चार प्लॉट सिर्फ 7.5 लाख रुपए में लिए जिसे पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पूर्व विधायक सैय्यद अबू दोजाना को 3.5 करोड़ में बेचा. अधिकांश कैश का तेजस्वी यादव के खाते में ट्रांसफर हुआ. विभिन्न रेलवे जोन में 50 प्रतिशत से अधिक नियुक्तियां लालू व उनके परिजनों के निर्वाचन क्षेत्र से की गईं. ईडी अब इस पड़ताल में जुटी है कि लालू के परिजनों और उनसे जुड़े लोगों के नाम पर कहां-कहां निवेश किया गया है.
तेजस्वी यादव ने ईडी रेड के दौरान रुपए-डॉलर-सोना मिलने की बात पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि सूत्रों के हवाले से इधर-उधर की भ्रामक अफवाह फैलाने अथवा खबर प्लांट करवाने की बजाय भाजपा सरकार रेड के बाद हस्ताक्षर किए जाने वाले पंचनामे (सीजर लिस्ट) की सूची ही सार्वजनिक कर दे. उन्होंने यह भी याद कराया है कि वर्ष 2017 में भाजपाई सूत्रों के हवालों से जारी की जाने वाली हेडलाइंस में कथित 8000 करोड़ का लेन-देन, हजारों करोड़ का मॉल, सैकड़ों संपत्तियों के साथ ही चंद महीनों पहले गुरुग्राम में अरबों का वाइटलैंड कंपनी का अर्बनक्यूब मॉल भी मिला था. ऐसे में भाजपाईयों को कथित 600 करोड़ का नया हिसाब लाने से पहले अपने सूत्रों को पुराने लेन-देन का ही हिसाब दे देना चाहिए.
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