इसमे शक की कोई गुंजाईश नहीं कि जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव अब नीतीश बनाम तेजस्वी की जंग में तब्दील हो चुका है. एक तरफ जहां नीतीश कुमार को जोकीहाट बचाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है वहीं दूसरी तरफ तेजस्वी यादव के सामने जोकीहाट फतह करके अपने आप को बिहार की राजनीति में स्थापित करने की बड़ी चुनौती है.इस चुनाव से बिहार की राजनीति में कोई फर्क पड़े या न पड़े,नीतीश कुमार की राजनीतिक हैसियत में जरुर अंतर आ जाएगा.पेश है जोकीहाट से कनक कुमार की ख़ास रिपोर्ट —
सिटीपोस्टलाईव: बिहार की जोकीहाट विधानसभा सीट को लेकर बिहार की राजनीति गरमाई हुई है.परसों यानी 28 मई को होने वाला उपचुनाव में अपनी सीट बचाने के लिए नीतीश कुमार ने एक तरफ ऐड़ी-कोटी को जोर लगा दिया है वहीं इस सीट को जीतने केलिए तेजस्वी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.कहने के लिए तो यह एक मामूली विधान सभा सीट का चुनाव है.लेकिन सच्चाई ये है कि इसी चुनाव के नतीजे से नीतीश कुमार और तेजस्वी का भविष्य तय होगा.आज की तारिख में लालू यादव बीमार है.राजनीतिक रूप से सक्रीय नहीं है.ऐसे में यह चुनाव सीधे –नीतीश कुमार और लालू यादव के पुत्र तेजस्वी के बीच की लड़ाई बन गई है.
गुरुवार-शुक्रवार को दोनों नेताओं ने अपने अपने उम्मीदवार के पक्ष में वोट मांगे.एक तरफ जहां नीतीश कुमार ने जदयू उम्मीदवार मुर्शीद आलम के पक्ष में गुरुवार को प्रचार किया वहीँ तेजस्वी ने शुक्रवार को अपने उम्मीदवार के लिए वोट माँगा. गौरतलब है कि जोकीहाट विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा प्रतिष्ठा नीतीश कुमार की दावं पर लगी है.क्योंकि इस सीट पर जेडीयू का पिछले 4 बार से कब्जा जा रहा है.
गुरुवार को नीतीश कुमार ने जमकर लालू यादव पर निशाना साधा.उन्होंने कहा कि जो अपने को मुसलमानों का सबसे बड़ा हितैषी बताते हैं,उनसे पूछना चाहिए कि अबतक उन्होंने उनके लिए क्या किया ?वहीँ शुक्रवार को जोकीहाट में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे तेजस्वी यादव ने जदयू उम्मीदवार मुर्शीद आलम पर जमकर निशाना साधा. तेजस्वी यादव ने मुर्शीद आलम के अपराधिक रिकॉर्ड का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीति में शुचिता की बात करने वाले मुख्यमंत्री ने एक अपराधिक छवि वाले व्यक्ति को अपना उम्मीदवार बनाया है.तेजस्वी ने कहा कि मुर्शीद आलम पर बलात्कार, हत्या और चोरी का मामला चल रहा है इसके बावजूद भी नीतीश कुमार दे उन्हें जोकीहाट से टिकट दिया है.
इसमे शक की कोई गुंजाईश नहीं कि जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव अब नीतीश बनाम तेजस्वी की जंग में तब्दील हो चुका है. एक तरफ जहां नीतीश कुमार को जोकीहाट बचाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है वहीं दूसरी तरफ तेजस्वी यादव के सामने जोकीहाट फतह करके अपने आप को बिहार की राजनीति में स्थापित करने की बड़ी चुनौती है.इस चुनाव से बिहार की राजनीति में कोई फर्क पड़े या न पड़े,नीतीश कुमार की राजनीतिक हैसियत में जरुर अंतर आ जाएगा.
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