सिटी पोस्ट लाइव :बिहार विधान सभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में जातीय समीकरण साधने में सभी पार्टियाँ जुटी हुई हैं.लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 18 से 25 वर्ष के युवा वोटरों को साधने में जुटे हैं.गौरतलब है कि बिहार के 16 प्रतिशत युवा वोटरों को अपने साथ करने के लिए JDU ने विशेष योजना बनाई है. ये वो युवा वोटर है जो जातपात के बंधन से ऊपर उठकर अजेंडे पर वोट करते हैं. जेडीयू का छात्र युवा जेडीयू और युवा जेडीयू के लोग पार्टी की नीति और सिद्धांत के साथ-साथ नीतीश कुमार के द्वारा युवाओं के लिए किए जा रहे कार्यों को युवाओं तक पहुंचाने में जुट गए हैं.
जेडीयू ने अपने इस अभियान को “ मिशन 18 TO 25” नाम दिया है.इस मिशन के तहत मंगलवार को जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद आरसीपी सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से बिहार के तमाम ज़िलों के युवा छात्र जेडीयू के नेताओ को पार्टी से युवा वर्ग को जोड़ने का मंत्र दिया.आरसीपी सिंह ने युवा छात्र जेडीयू के नेताओं को सम्बोधित करते हुए कहा की बिहार के तमाम कॉलेज — होस्टल , शिक्षण संस्थान में जाकर युवाओं से मिलने और नीतीश के युवाओं के विकास के कार्य की जानकारी दें. जेडीयू युवा छात्र के प्रदेश अध्यक्ष गुंजन पटेल ने कहा कि सीएम नीतीश हमेशा से पार्टी में युवाओं को महत्वपूर्ण भूमिका देते रहे हैं. कई विधायक युवा हैं. पार्टी संगठन में भी युवाओं की भूमिका है. इसके साथ ही बिहार में युवाओं के रोजगार के साथ-साथ शिक्षा के लिए जितनी योजनाएं चलाई है उतना आज तक किसी भी सरकार ने नहीं किया है. इसी को युवा जेडीयू के नेता और कार्यकर्ता युवाओं के बीच जाकर बताएंगे.
दरअसल, बिहार के युवा राजनीतिक रूप से बेहद मेच्योर होते हैं और राज्य में चुनाव में युवा बेहद अहम् भूमिका निभाते हैं. बिहार के युवा राजनीतिक रूप से बेहद मेच्योर होते हैं. अब ये निर्भर करता है कि सरकार के तरफ से युवाओं के लिए किए जा रहे कार्यों का कितना असर पड़ा है. गौरतलब है कि बिहार में नीतीश सरकार ने युवाओं के लिए कुछ महत्वपूर्ण फ़ैसले किए हैं. युवाओं के उच्च स्तरीय पढ़ाई के लिए चार लाख का लोन स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के ज़रिए, युवा बेरोज़गार छात्रों के लिए बेरोज़गारी भत्ता , UPSC, BPSC जैसे परिक्षा में PT मेंस निकालने पर राशि , युवाओं के रोज़गार के लिए स्टार्ट अप , जैसे कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई गई हैं.
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