City Post Live
NEWS 24x7

RJD के दलित राजनीति के मुकाबले के लिए मैदान में उतरे JDU के 5 दलित दिग्गज

-sponsored-

- Sponsored -

-sponsored-

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार दलित राजनीति तेज हो गई है. RJD और JDU के बीच दलित राजनीति खूब चल रही है.श्याम रजक के JDU से RJD में आने के बाद और जीतन राम मांझी के महागठबंधन से बाहर आने के बाद सभी दलों का दलित प्रेम उमड़ने लगा है.तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार अपने को सबसे बड़ा दलित प्रेमी साबित करने में जुटे हुए हैं. गुरुवार को आरजेडी ने श्याम रजक, उदय नारायण चौधरी, रमई राम, शिवचंद्र राम के जरिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करा कर जेडीयू को यह संकेत दे दिया था कि मांझी के जाने से उनकी राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ा है. वहीँ जबाब में JDU  ने अपने पांच दलित चेहरों को आगे कर आज पलटवार किया है. आज पटना में जेडीयू के चार दलित नेताओं, अशोक चौधरी, महेश्वर हजारी, रमेश ऋषि, प्रेमा चौधरी और संतोष निराला ने प्रेस वार्ता कर आरजेडी पर निशाना साधा. इस मौके पर मीडिया के सवाल पर अशोक चौधरी ने कहा कि जब विरोधी ग़लत आरोप लगा रहे हैं तो उसका जवाब देना ज़रूरी है ताकि जनता को असली बात का पता चल सके.

अशोक चौधरी ने कहा कि मुखमयमंत्री नीतीश कुमार ने 15 साल के कार्यकाल में दलितों के विकास के लिए जितना काम किया उतना काम आज तक किसी ने नहीं किया. नीतीश कुमार ने आर्थिक सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में दलितों के लिए जो किया उससे साफ़ है कि उनसे बड़ा दलित प्रेमी कोई दूसरा नहीं है. इशारों में श्याम रजक और उदय नारायण चौधरी पर हमला बोलते हुए जेडीयू नेता ने कहा कि दो दो बार विधान सभा अध्यक्ष बनाया, दो दो बार मंत्री बनाया फिर भी कहते हैं दलित विरोधी हैं.

मंत्री महेश्वर हज़ारी ने कहा कि बिहार में दलितों ने जो आज तक नहीं सोचा वो काम भी नीतीश कुमार ने दलितों के लिए किया. सत्ता में बराबर का अधिकार दिलाया. दलितों के विकास के लिए कई योजनाएं चलायीं. बिहार जो कभी लालु बालू और आलू के लिए जाना जाता है उस धारणा को तोड़ बिहार का विकास किया.वहीं रमेश ऋषि देव ने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी भी किसी जाति और समाज के लोगों के प्रति भेदभाव नहीं किया. दलित समाज के विकास के लिए जितना काम नीतीश ने किया उतना तो किसी ने सोचा भी नहीं होगा. दलित छात्रों के शिक्षा के लिए शिक्षण संस्थान से लेकर नौकरी की तैयारी तक दलित उद्यमियों को तैयार करने के लिए विशेष योजना चलाने से लेकर कई योजना चलाई है. जिसका फ़ायदा दलित छात्रों को मिल रहा है.

रमेश ऋषि देव ने आगे कहा कि क्या कोई सोच सकता है कि बिहार में कोई पार्टी या नेता दलित नेता को मुख्यमंत्री बना सकता है. लेकिन नीतीश कुमार ने जितन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया. इससे ज़्यादा कोई दलित समुदाय के लिए क्या कर सकता है. वहीं राजद से जेडीयू में शामिल होने वाली विधायक प्रेमा चौधरी ने कहा कि बिहार में महिलाओं, ख़ासकर दलित महिलाओं के विकास के लिए जितना काम नीतीश कुमार ने किया उतना किसी भी नेता ने नहीं किया.

मंत्री संतोष निराला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज कुछ लोग नीतीश जी पर गलत आरोप लगाते हैं, लेकिन उनके आरोप सिर्फ़ और सिर्फ़ राजनिति से प्रेरित हैं.  ज़मीनी स्तर पर उसका सच्चाई से कोई वास्ता नहीं. बिहार में कभी नरसंहारों का दौर हुआ करता था, लेकिन तब के सरकार ने इसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया  बल्कि इस दौर को किसी ने ख़त्म किया तो वो नीतीश कुमार हैं.उन्होंने कहा कि लालू राज में दलितों के विकास के लिए मात्र 40 करोड़ का बजट था जो आज बढ़कर लगभग 17 अरब हो गया. किसने किया ये सब बिहार की जनता सब जानती है. दलितों के विकास का आलम ये है की दलित समाज के लोग आज समाज के हर तबके के बीच पूरी शान से ज़िंदगी जी रहे हैं.

-sponsored-

- Sponsored -

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.