जाहिर है आगामी चुनाव में बिहार की राजनीति में बहुत फेरबदल होगा .नेताओं के बीच भगदड़ मचेगी .इस भगदड़ का संकेत आनेवाले दिनों में हने वाले राजनीतिक इफ्तार पार्टियों से हो चूका है .
सिटी पोस्ट लाईव :इफ्तार पार्टी के बहाने राजनीतिक जोड़तोड़ का अभियान जारी है.आज आरजेडी और जेडीयू दोनों पार्टियों ने एक ही दिन इफ्तार पार्टी का आयोजन किया .जेडीयू की इफ्तार पार्टी में केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा को निमंत्रण ही नहीं दिया गया.जब मीडिया में खबर चली तो आनन् फानन में आखिरी समय में उन्हें न्यौता भेंज दिया गया.जाहिर है ऐसे में वो आने से रहे.गौरतलब है कि एनडीए के भोज में कुशवाहा शामिल नहीं हुए थे.इससे नाराज सुशिल कुमार मोदी ने भी उन्हें अपने इफ्तार पार्टी में आमंत्रित नहीं किया.
दरअसल,इसी दिन उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी ने नीतीश कुमार के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया था.प्रदेश अध्यक्ष नागमनी ने नीतीश कुमार की जगह अपने नेता उपेन्द्र कुशवाहा को सीएम उम्मीदवार घोषित कर देने की मांग कर दी थी.नीतीश की इफ्तार पार्टी में बीजेपी के तमाम नेताओं के साथ पासवान भी पहुंचे.लेकिन सबसे खास बात ये रही कि आरजेडी विधयक महेश्वर यादव अपनी पार्टी की जगह यहाँ दिखे.उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेत्रित्व में ही बिहार आगे बढ़ सकता है,इसलिए वो उनके साथ हैं.
आरजेडी के इफ्तार पार्टी में भी कुशवाहा तो नहीं पहुंचे लेकिन शत्रु जरुर पहुँच गए.शत्रु से जब ये पूछा गया कि सुशिल मोदी और नीतीश कुमार ने उन्हें अपने इफ्तार पार्टी में आमंत्रित किया था या नहीं,शत्रु बोले उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं.गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से शत्रु अमित शाह और नरेन्द्र मोदी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं और तेजस्वी यादव को अर्जुन बता चुके हैं.आज अपने अर्जुन के साथ वो दिखे भी .
जाहिर है आगामी चुनाव में बिहार की राजनीति में बहुत फेरबदल होगा .नेताओं के बीच भगदड़ मचेगी .इस भगदड़ का संकेत आनेवाले दिनों में हने वाले राजनीतिक इफ्तार पार्टियों से हो चूका है .
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