बिहार की राजनीति का सबसे हाई-वोल्टेज ड्रामा कल है, आज ही जान लीजिये क्या है?
सिटी पोस्ट लाइव : कल यानी गुरुवार को बिहार में एक हाई-वोल्टेज पोलिटिकल ड्रामा होने जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके राहुल गांधी पर इस्तीफा वापस लेने के लिए दबाव बनाने के लिए कांग्रेस के 16 नेता –कार्यकर्त्ता आत्मदाह करेगें.जब एक मानहानी के मामले में पटना की कोर्ट में पेशी के लिए राहुल गांधी आये थे उस दिन भी कांग्रेस के कुछ नेताओं-कार्यकर्ताओं ने कोर्ट के बाहर राहुल गांधी के सामने प्रदर्शन किया था.इस्तीफा वापस नहीं लेने पर आत्मदाह करने की धमकी दी थी. लेकिन राहुल गांधी बेपरवाह दिखे. उन्होंने आत्मदाह की धमकी देनेवाले अपने समर्थकों की तरफ एक नजर देखा भी नहीं.
अब बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक और पोस्टर सामने आया है, जिसमें 16 कार्यकर्ताओं ने आत्मदाह करने की बात कही है. बीते 6 जुलाई को एक पोस्टर लगाया था, जिसमें 11 जुलाई को 12 कार्यकर्ताओं ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी.इस पोस्टर में लिखा है, ‘राहुल जी से सविनय पुन: आग्रह है कि वह अपने इस्तीफे पर निश्चित तौर पर विचार करें. अन्यथा 11 जुलाई को 16 कांग्रेसी कार्यकर्ता का जत्था आत्मदाह करेगा.’ पोस्टर में आत्मदाह करने के स्थान के तौर पर सदाकत आश्रम का नाम दिया गया है.
राहुल गांधी के समर्थन में जिन 16 कार्यकर्ता के नाम फोटो सहित इस पोस्टर में छपे हैं उनके नाम हैं- ई वेंकटेश रमण, राजीव कुमार, दिलीप कुमार सिंह, राकेश कुमार मुन्ना, वरुण शर्मा, विजय कुमार देव, पंकज पासवान, प्रभाकर झा, वेंकटेश रमण, सूरज कुमार, मोहम्मद जुनैद इकबाल, पप्पू कुमार रंजन, चंदन कुमार, रणधीर यादव, चुन्नु सिंह, अभिनव कुमार सिंह और बिहार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव सिद्धार्थ क्षत्रिय.
पहले से तारीख, समय और जगह बताकर आत्मदाह करने की धमकी देने का मतलब क्या है ? जाहिर है आत्मदाह करनेवाले चाहते हैं कि जब वो आत्मदाह के लिए सदाकत आश्रम पहुंचे उसके पहले पुलिस उन्हें रोक ले. पार्टी के दुसरे नेता कार्यकर्त्ता उन्हें आत्मदाह करने से बचा लें. जान भी बच जाए और पब्लिसिटी भी मिल जाए. सिटी पोस्ट लाइव ने ये सवाल जब कांग्रेस के आत्मदाह करने का एलान करनेवाले नेताओं से पूछा था तो जबाब मिला था- उन्हें पता है ,लोग उन्हें आत्मदाह करने से रोक लेगें. उनकी जान नहीं जायेगी.
लेकिन इस एलान से पार्टी के कुछ नेता नाराज भी हैं. उनका कहना है कि ये ड्रामा है. अगर वाकई राहुल गांधी के प्रति ये इतना स्नेह रखते हैं तो उन्हें छोड़ देना चाहिए आत्मदाह करने के लिए. उन्हें आत्मदाह करने से रोकना नहीं चाहिए. शायद उनके आत्मदाह की आग में ही कांग्रेस की आग भभक उठे और फिर से कांग्रेस की किस्मत जा जाए.
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