सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधान सभा के मॉनसून सत्र के पहले दिन एनडीए विधायकों की सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। बैठक में विधायकों ने मानसूत्र सत्र को लेकर आगे की रणनीति बनाई। हालांकि इस दौरान सरकार में शामिल मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने एनडीए की बैठक का बहिष्कार कर बिहार की सियासत को एक बार फिर गरमा दिया। मॉनसून सत्र में सरकार के लिए ये बड़ा झटका माना जा रहा है।
इससे पहले बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के पहले दिन विपक्षी विधायक पूरे विरोधी तेवर में दिखे। काला मास्क और हेलमेट लगाकर पहुंचे विधायकों ने जहां पिछले सत्र के दौरान विधानसभा में हुई बदसलूकी के खिलाफ अपना गुस्सा दिखाया वहीं सीएम नीतीश कुमार और जेडीयू-बीजेपी के विधायक भी पूरे फार्म में दिखे।
एनडीए विधायक दल की बैठक विधानसभा के विस्तारित भवन के सेंट्रल हॉल में हुई। बैठक में बीजेपी,जेडीयू हम के सभी विधायक-विधान पार्षद शामिल हुए हैं। हांलांकि बैठक का मुकेश सहनी ने बहिष्कार कर दिया । मुकेश सहनी ने कहा कि एनडीए के अंदर हमलोगों की बात नहीं सुनी जाती है तो बैठक में क्यों शामिल हों? बैठक की अध्यक्षता सीएम नीतीश कुमार ने की। उन्होंने विधायकों को आगे के लिए जरूरी दिशा निर्देश भी दिए।
इसके पहले मानसून सत्र की शुरुआत हुई। सदन में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज का दिन पावन दिन है, सावन की आज पहली सोमवारी है। हम आज बिहार विधानसभा में संयम की ऐसी मिसाल पेश करें कि हमें महादेव आशीर्वाद दें। बिहार विधानसभा में करगिल शहीदों को भी विजय दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई।
श्रद्धांजलि के बाद जैसे ही विधानसभा कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। माले विधायकों ने खड़े होकर पिछले सत्र में विपक्षी विधायकों के साथ बदलसूकी का मुद्दा उठा दिया। उन्होंने कहा कि विधायकों के साथ बदसलूकी करने वाले अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
माले विधायक इस पर चर्चा की मांग करने लगे। इसके बाद स्पीकर विजय सिन्हा ने माले विधायकों को सीट पर बैठने को कहा। कार्यवाही शुरू होने के 10 मिनट बाद ही तेजस्वी यादव सीट पर खड़े होकर एक प्रस्ताव रखना चाहते थे। इसे विस अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आज इसके लिए उपर्युक्त समय नहीं है। कल आप अपना प्रस्ताव दीजिएगा। इस पर विपक्षी सदस्य खड़े हो गए और आसन की तरफ उंगली उठाने लगे।
विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने सीट पर खड़े हुए विपक्षी विधायकों को चेतावनी देते हुए कहा कि सदन में अमर्यादित व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आसन का सम्मान करना सबका दायित्व है। विस अध्यक्ष के तल्ख तेवर के बाद विपक्षी विधायक अपने आसन पर बैठ गए। बाद में विधानमंडल की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
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