सिटी पोस्ट लाइव : एनडीए के सहयोगी लोजपा के सुप्रीमो चिराग पासवान अपने ताबड़तोड़ बयानों से न सिर्फ बिहार की राजनीति को गरमा रहे थे बल्कि एनडीए में कलह बढ़ने के संकेत भी दे रहे थे। बिहार में एनडीए का कप्तान ढूंढने वाले चिराग पासवान बीजेपी की वर्चुअल रैली के बाद बिल्कुल खामोश हैं। सवाल है इस खामोशी की वजह क्या है? क्या गृहमंत्री अमित शाह ने एक बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व पर मुहर लगाकर चिराग पासवान को खामोश कर दिया है? दरअसल चिराग पासवान लगातार सीएम नीतीश कुमार पर न सिर्फ सधे शब्दों में हमला कर रहे थे बल्कि उनके नेतृत्व पर सवाल उठा रहे थे।
बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व कई बार यह क्लियर कर चुका है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में हीं एनडीए 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी बावजूद इसके चिराग पासवान ने यह बयान दिया था कि बिहार में एनडीए का नेतृत्व कौन करेगा यह फैसला बीजेपी को करना है? बीजेपी की वर्चुअल रैली से एक दिन पहले चिराग पासवान ने ताबड़तोड़ कई ट्वीट किये जिसमें उन्होंने एनडीए के नेतृत्व को लेकर बयान दिया।
चिराग पासवान ने यह भी कहा कि बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की उनकी तैयारी है, चिराग पासवान ने यह भी कहा था कि लोक जनशक्ति पार्टी के साथ साढ़े तीन लाख नये सदस्य जुड़े हैं और लोजपा हर लक्ष्य को पूरा करने में समर्थ हैं। जाहिर है चिराग पासवान अपनी राजनीतिक हैसियत का अहसास बीजेपी-जेडीयू के करा रहे थे लेकिन बीजेपी की वर्चुअल रैली के बाद चिराग पासवान खामोश हैं इसलिए यह सवाल है कि क्या यह खामोशी इस वजह से हैं क्योंकि रैली में अपने संबोधन के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने एक बार फिर क्लियर कर दिया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में हीं बिहार विधानसभा चुनाव एनडीए लड़ेगा?
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