लॉक डाउन में दूसरे राज्यों में फंसे बिहारियों की मदद में जुटी है बिहार सरकार
सिटी पोस्ट लाइव : लॉकडाउन (Lockdown) के कारण बिहार के कई लोग अन्य राज्यों में अभी भी फंसे हुए हैं. एक लाख तीन हजार 579 अप्रवासी बिहारियों को तत्काल मदद पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने सोमवार को एक-एक हजार रुपये उनके बैंक खाते में भेजने की योजना की शुरुआत कर दी है. इसके तहत लाभार्थियों के खाते में 10 करोड़ 35 लाख से अधिक रुपये जमा कराए गए.
दरअसल लॉकडाउन की इस मुश्किल स्थिति में बिहार सरकार प्रदेश वासियों के साथ खड़ी दिख रही है और तत्परता के साथ बिहार के बाहर रहने वाले गरीब -मजदूर, छोटे-छोटे कामगारों से लेकर किसानों तक संकट की घड़ी में पूरी मुस्तैदी से राहत पहुंचाने में लगी है.लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही खासकर उस तबक़े का विशेष ध्यान रखने की कोशिश की गई है जो जो किसी तरह से अपना जीवन यापन करते हैं. सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार सरकार ने कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कार्य जिससे प्रवासी हो या अप्रवासी मज़दूर या गरीब तबका सबको फायदा मिल रहा है.
बिहार में 156 आपदा राहत केंद्र खोले गए हैं. 17 हज़ार लोग जो राहत शिविर में रहते हैं जिन्हें दो वक़्त का भोजन मुफ़्त कराया जा रहा है. पूरे बिहार में 3065 कैंप काम कर रहे हैं. राहत कैंपों में रहनेवालों की मुफ़्त जांच करायी जा रही है.बिहार में रहने वाले तमाम कार्ड धारकों के खातों में एक-एक हज़ार रुपया डाल दिया गया है. बिहार से बाहर तमाम राज्यों में नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है जो अपने-अपने राज्यों में बिहारी लोगों की मदद कर रहे हैं.
स्थानीय प्रशासन के सहयोग से जिसकी राशि भी बिहार सरकार दे रही है किसानों को भी कृषि इनपुट दी जा रही है. बिहार में सामाजिक सुरक्षा के तहत आने वाले लोगों को तीन माह का अग्रिम पेंशन दिया जा रहा है.जाहिर है नीतीश कुमार पूरी कोशिश कर रहे है की आपदा के इस घड़ी में किसी भी बिहारवासी को समस्या का सामना ना करना पड़े. इसके लिए कोरोना उन्मूलन फ़ंड बनाया गया है. इसमें विधान मंडल के तमाम सदस्यों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
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