PMCH में कोविड प्रोटोकॉल तोड़े जाने के आरोप में तेजप्रताप के खिलाफ हो सकती है कारवाई.
10 मई को PMCH में 100 लोगों की भीड़ लगाने के आरोपी तेजप्रताप पर शिकंजा कसने की तैयारी .
सिटी पोस्ट लाइव :पप्पू यादव के बाद अब महामारी प्रोटोकाल तोड़ने के आरोपी तेजप्रताप यादव पर शिकंजा कसने की चल रही है तैयारी.पप्पू यादव की तरह उनके खिलाफ भी PMCH में जाने को लेकर हो सकती है कारवाई.पूर्व सांसद पप्पू यादव और उनके समर्थकों के खिलाफ पीरबहोर थाना में लॉक डाउन के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया है.उनके ऊपर 11 मई को सुबह 7.45 बजे 12 समर्थकों के साथ PMCH के कोविड कंट्रोल रूम में आकर सोशल डिस्टेंसिंग का नियम तोड़ने और काम में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है. महामारी एक्ट 1897 का भी उल्लंघन का मामला भी दर्ज हुआ है.अब लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के खिलाफ भी PMCH में 10 मई को पहुंचने, सौ से अधिक लोगों की भीड़ जुटाने का मामला दर्ज करने की तैयारी है. PMCH के कंट्रोल रूम के मजिस्ट्रेट राम बिहारी दूबे और पुलिस पदाधिकारी चंद्रेश्वर प्रसाद ने तेजप्रताप यादव पर प्रोटोकॉल तोड़े जाने का आरोप लगाया है.
लालू की रसोई का खाना लेकर मरीजों के परिजनों को बांटने पहुंचे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने भी सोमवार को कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई थी. वह 4 गाड़ियों का काफिला लेकर PMCH में दाखिल हुए थे और उनके साथ सुरक्षा गार्डों की भी फौज थी. इस दौरान सोमवार को PMCH के कोरोना वार्ड के बाहर भीड़ जमा हो गई थी. 100 से डेढ़ सौ की संख्या में लोग वहां जमा हो गए.तेज प्रताप लगभग 40 मिनट तक PMCH में भीड़ लगाए थे. सोशल डिस्टेंस का कहीं पालन होता नहीं दिख रहा था. कोरोना वार्ड के नोडल को भी वह मौके पर तलब कर लिए थे. इतना ही नहीं भीड़ के साथ तेज प्रताप उस स्थान पर भी गए जो संवेदनशील है, वहां से डेडबॉडी लाई जाती है. इस स्थान पर भी तेज प्रताप 15 से 20 मिनट तक भीड़ के साथ मौजूद रहे. PMCH में पूर्व सांसद पर कार्रवाई के बाद अब चर्चा है कि अन्य नेताओं पर भी शिकंजा कसा जाएगा.
अस्पताल में नेताओं के आने जाने से मह्मारी एक्ट का उल्लंघन हो रहा है.सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ रही हैं.पप्पू यादव के बाद अब तेजप्रताप यादव के खिलाफ भी कारवाई हो सकती है. सूत्रों के अनुसार मंगलवार को पप्पू यादव पर कार्रवाई किये जाने के बाद अब तेज प्रताप के खिलाफ कारवाई की तैयारी है.सवाल ये उठता है कि क्या जिस तरह से पप्पू यादव के खिलाफ कारवाई हुई, जिला प्रशासन वैसी ही कारवाई तेजप्रताप यादव के खिलाफ करने की हिम्मत दिखा पायेगा.
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