City Post Live
NEWS 24x7

छपरा में प्रवासी मजदूरों का बवाल, पुलिस ने जमकर भांजी लाठियां, कई मजदूर घायल

-sponsored-

-sponsored-

- Sponsored -

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के  छपरा (Chapra) में मजदूरों ने जमकर हंगामा किया. पुलिस पर पथराव भी किया. मजदूर सूरत से मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जा रही ट्रेन में सवार थे. जब ट्रेन छपरा पहुंची तो उसका रूट डायवर्ट कर दिया गया जिसके बाद मजदूर आक्रोशित हो गए. मजदूरों ने पहले रेल प्रशासन से मुजफ्फरपुर भेजने की मांग की और जब रेल प्रशासन ने कहा कि उन्हें दूसरे रूट से थावे होकर मुजफ्फरपुर जाना होगा तो मजदूर उग्र हो गए और पथराव शुरू कर दिया.

आरपीएफ और जीआरपी के जवानों ने मजदूरों को खदेड़-खदेड़ कर पीटा. दोनों पक्षों की तरफ से चले इस लाठीचार्ज और पथराव में जहां कई मजदूर घायल हो गए. पुलिस के भी 3 जवान जख्मी हो गए. ट्रेन में सवार यात्री नेहा पांडे ने बताया कि उन्हें मुजफ्फरपुर जाना था. 21 मई को सूरत से चली ट्रेन में सवार नेहा पांडे ने बताया कि पूरे रास्ते में उन लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ी. रास्ते में कुछ जगहों पर खाना मिला तो अधिकांश रास्ता भूखे ही तय करना पड़ा.

जब मुजफ्फरपुर पास आ गया तब ट्रेन को डायवर्ट करने की बात रेलवे प्रशासन ने कि जिसका विरोध तमाम मजदूरों ने किया. मजदूर रेलवे के पदाधिकारियों से बात करने गए थे तभी अचानक आरपीएफ के जवानों ने लाठीचार्ज कर दिया जिसके बाद मजदूर उग्र हो गए. उसके बाद छपरा जंक्शन पर मजदूरों ने जमकर तोड़फोड़ और हंगामा किया. आरपीएफ और जीआरपी ने खदेड़ कर कुछ मजदूरों को पकड़ लिया जिन्हें बेरहमी से पीटा गया. एक मजदूर को 20-20 आरपीएफ जवान पीटते रहे और रेलवे के वरीय अधिकारी मौके पर तमाशबीन बने रहे. इस दौरान मौके पर कवरेज कर रहे पत्रकारों को भी आरपीएफ के वरीय अधिकारियों ने निशाना बनाया.

आरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट ने कई पत्रकारों के के मोबाइल से वीडियो भी डिलीट करवाया. मौके पर पहुंची सदर एसडीओ अभिलाषा शर्मा के नेतृत्व में स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों और पुलिस जवानों ने स्थिति पर काबू पाया. अभिलाषा शर्मा ने तमाम मजदूरों को भोजन करवाया और उन्हें दूसरी ट्रेन से भेजने की बात कही जिसके बाद मजदूर शांत हो गए.आरपीएफ और जीआरपी ने कई मजदूरों को गिरफ्तार भी किया है हालांकि आरपीएफ और जीआरपी का कोई भी अधिकारी मीडिया से बात करने को तैयार नहीं हुआ. सदर एसडीओ अभिलाषा शर्मा ने कहा कि मजदूरों को सुरक्षित घर भेजना प्रशासन की प्राथमिकता है.

-sponsored-

- Sponsored -

Subscribe to our newsletter
Sign up here to get the latest news, updates and special offers delivered directly to your inbox.
You can unsubscribe at any time

-sponsored-

Comments are closed.